कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी को कमोडिटी की कीमतों में तेज उछाल के बावजूद दूसरी छमाही से कंपनियों की आय में बढ़त की उम्मीद है। ये बातें Kotak Mahindra Asset Management की शिबानी सरकार कुरियन (Shibani Sircar Kurian) ने मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में कही हैं। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि दूसरी तिमाही में इस बात पर बाजार का सबसे ज्यादा फोकस रहेगा कि डिमांड आउटलुक को लेकर कंपनियों के मैनेजमेंट का नजरिया कैसा है। यही वो फैक्टर है जो टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टरों की दिशा तय करेगा। दूसरी तिमाही में नतीजों में टेक कंपनियों के नए ऑर्डरों और नए डील पर बाजार की नजरें बनी रहेंगी।
इक्विटी मार्केट का करीब 17 सालों का अनुभव रखने वाली शिबानी सरकार कुरियन का मानना है कि बाजार का आउटलुक हेल्दी नजर आ रहा है। देश की घरेलू मैक्रो कंडीशन और कॉर्पोरेट अर्निंग की स्थिति काफी अच्छी है जिससे बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। शिबानी सरकार की राय है कि बाजार की नियर टर्म वोलैटिलिटी में बॉटम-अप स्टॉक पिकिंग (सस्ते में मिल रहे क्वालिटी शेयरों में खरीदारी) रणनीति सबसे कारगर रणनीति साबित हो सकती है। इस समय तमाम हाई ग्रोथ और हाई क्वालिटी वाली कंपनियां काफी अच्छे वैल्यूशन पर दिख रही हैं। हमें इन पर दांव लगाना चाहिए।
इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि विकसित बाजारों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी और बढ़ती महंगाई का दर्द अभी कायम रहेगा। यूएस और यूरोप जैसे विकसित बाजारों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रहने के चलते नियर टर्म में बाजार में वोलैटिलिटी जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा वर्तमान जियोपोलिटिकल तनाव बाजार के लिए बड़ा जोखिम बना रहेगा।
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