‘FOMO’ फैक्टर के चलते FII कर रहे वापसी, बाजार में आ सकती है तगड़ी रैली : संतोष मीणा

स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट के हेड (रिसर्च) संतोष मीणा ने कहा, FII के बीच एक हद तक फायदे से चूक जाने का अहसास (feeling of missing out) यानी FOMO है और वे पूरे जोश के साथ भारतीय बाजारों में वापसी कर सकते हैं, जिससे बाजार में तगड़ी रैली देखने को मिल सकती है

अपडेटेड Mar 19, 2022 पर 5:25 PM
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जियोपॉलिटिकल टेंशन (geopolitical tension) कम होने, क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट, यूएस फेड (US Fed) के उम्मीदों के अनुरूप नतीजों और शॉर्ट कवरिंग से लगातार दूसरे सप्ताह भारतीय बाजार में रैली देखने को मिली

जियोपॉलिटिकल टेंशन (geopolitical tension) कम होने, क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट, यूएस फेड (US Fed) के उम्मीदों के अनुरूप नतीजों और शॉर्ट कवरिंग से लगातार दूसरे सप्ताह भारतीय बाजार में रैली देखने को मिली। स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट के हेड (रिसर्च) संतोष मीणा ने लाइवमिंट के लिए लिखे एक कॉलम में यह बात कही।

पांच महीने में FII ने की 2.3 लाख करोड़ की बिकवाली

मीणा ने कहा कि पिछले पांच महीने से बिकवाली कर रहे FII पिछले हफ्ते कुछ खरीदारी के साथ लौट आए और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके खरीदारी जारी रखने की स्थिति में मार्केट कैसा प्रदर्शन करता है। पिछले 5 महीनों ने उन्होंने भारतीय इक्विटी मार्केट में 2.3 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की है, जो अभी तक की सबसे ज्यादा सेलिंग है। इससे पहले 2008 में ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के दौरान सबसे ज्यादा लगभग 1.3 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। दिलचस्प बात यह है कि 1.3 लाख करोड़ की सेलिंग से 2008 में निफ्टी और सेंसेक्स लगभग 60-65 फीसदी टूट गए थे, जबकि इस बार ज्यादा बिकवाली के बावजूद लगभग 15 फीसदी टूटे हैं।


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घरेलू पूंजी ने दिखाया लचीलापन

मीणा ने कहा, इस बार घरेलू पूंजी ने मजबूत लचीलापन दिखाया और यह दिखाया कि हम अब पूरी तरह FII के फ्लो पर निर्भर नहीं हैं। ज्यादातर इमर्जिंग मार्केट (emerging markets) की तुलना में हमारे बाजार ज्यादा बेहतर आकार में हैं और हम निचले स्तरों से एक मजबूत रैली के गवाह बने हैं। इसकी वजह FII के बीच एक हद तक फायदे से चूक जाने का अहसास (feeling of missing out यानी FOMO) है और वे पूरे जोश के साथ भारतीय बाजारों में वापसी कर सकते हैं, जिससे बाजार में तगड़ी रैली देखने को मिल सकती है।

खबरों के चलते रह सकता है उतार-चढ़ाव

बाजार पर रूस-यूक्रेन मुद्दे का असर पहले ही दिख चुका है, हालांकि इससे जुड़ी खबरों के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।

टेक्निकली, निफ्टी के लिए 17,380 तात्कालिक बाधा और इससे ऊपर हम मजबूती के साथ 17,600/ 17,800 के स्तर देख सकते हैं। वहीं नीचे की तरफ, 17,200 पर तात्कालिक सपोर्ट है, जबकि 17,000 पर किसी भी वापसी के लिए मजबूत बेस है।

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First Published: Mar 19, 2022 5:24 PM

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