Market today : बुधवार, 24 सितंबर को दलाल स्ट्रीट की शुरुआत सुस्ती के साथ हुई। कमजोर ग्लोबल संकेतों का असर हमारे बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। फेड चेयरमैन पॉवेल ने वैल्यूएशन पर सतर्कता बरतने की बात कही है। इससे ग्लोबल सेंटीमेंट खराब हुआ है। सुबह 9:30 बजे के आसपास सेंसेक्स 275.47 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,826.63 पर और निफ्टी 84.70 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,084.80 पर नजर आ रहा था। लगभग 1149 शेयरों में तेजी, 1351 शेयरों में गिरावट और 177 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
शुरुआती कारोबार में ज़्यादातर सोक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में दिख रहे थे। निफ्टी आईटी में सबसे ज़्यादा 0.7 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही थी। इसके बाद निफ्टी ऑटो में 0.6 प्रतिशत और निफ्टी मेटल में 0.4 प्रतिशत की गिरावट नजर आ रही थी। रियल्टी, इंफ्रा, मीडिया, फार्मा और एफएमसीजी में भी 0.2 से 0.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था।
वही, दूसरी तरफ पीएसयू बैंक इंडेक्स में तेजी थी और ये 0.89 फीसदी तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। पावर सेक्टर में भी 0.41 फीसदी की गिरावट आई। कुल मिलाकर, पॉवेल की टिप्पणी के कारण दुनिया भर में बिकवाली आई और इसका असर हमारे बाजारों पर भी दिख रहा है।
पॉवेल ने अपने बयान में कहा "हम पूरी वित्तीय स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और खुद से पूछते हैं कि क्या हमारी नीतियां वित्तीय स्थितियों को उस तरह प्रभावित कर रही हैं जैसा हम चाहते हैं। लेकिन आप सही कह रहे हैं, कई मायनों में, जैसे उदाहरण के लिए, इक्विटी का वैल्यूएशन काफी हाई है।"
इस बयान के बाद, कल वॉल स्ट्रीट के मेन इंडेक्स अपने हाई से गिर गए और बिकवाली का दबाव बनता दिखा। हालांकि,पॉवेल ने कहा कि फेयर वैल्यूएशन या सही स्टॉक प्राइस क्या होना चाहिए, यह तय करना फेडरल रिजर्व का काम नहीं है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार का कहना है कि अब ग्लोबल स्तर पर बाज़ार में एक चिंता का बड़ा विषय असेट्स की ऊंची कीमतें हैं। चाहे वे शेयर हों, सोना हो, चांदी हो या बिटकॉइन,सारे असेट्स की कीमतें ऊंची हैं। यही चिंता फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कल रोड आइलैंड में अपने भाषण में जाहिर की। पॉवेल ने महंगाई और रोज़गार के जोखिमों पर भी बल दिया जिससे संकेत मिलता है कि आगे चलकर फेड की नीतियां कठोर हो सकती हैं।
तकनीकी नजरिए से देखें तो जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट,आनंद जेम्स ने कहा कि नीचे की तरफ 25000 का स्तर बचा हुआ है। वहीं 25,278 के स्तर तक बढ़त सीमित रही है। बाजार की दिशा साफ होने के लिए निफ्टी को इस दायरे से बाहर निकलना होगा। जब तक निफ्टी 25,330 के ऊपर क्लोज नहीं होता तब तक नई तेजी देखने को नहीं मिलेगी।
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