शेयर बाजार में आएगी कोरोना काल जैसी गिरावट? सेंसेक्स आज भी 500 अंक टूटा, HMPV वायरस के अबतक 8 मामले मिले

Share Market: कई निवेशक HMPV वायरस की तुलना कोरोना महामारी से करने लगे हैं, जिसने 2020 में भारत समेत दुनिया भर के शेयर बाजारों को भारी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार हालात उतने गंभीर नहीं हैं, लेकिन बाजार में डर का माहौल जरूर है। उन्होंने कहा कि इस बार वायरस के अलावा कई अन्य कारण भी गिरावट में अपना योगदान दे रहे हैं

अपडेटेड Jan 08, 2025 पर 12:09 PM
Story continues below Advertisement
Share Market: लॉकडाउन के ऐलान के बाद 23 मार्च 2020 को सेंसेक्स और निफ्टी एक दिन में 13% तक क्रैश हो गए थे

Share Market: एक दिन की तेजी के बाद भारतीय शेयर बाजार बुधवार 8 जनवरी को फिर से गिरावट की चपेट में आ गए। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 500 अंकों तक टूट गया। निफ्टी भी टूटकर 23,600 के नीचे चला गया। इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत में भी शेयर बाजार में एक बड़ा भूचाल देखने को मिला था, जब चीन में फैल रहे कोरोना जैसे नए वायरस HMPV के मामलों की भारत में मिलने की खबरें सामने आईं। भारत में अबतक इसके कुल 8 मामले मिल चुके हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वायरस ने शेयर बाजार के पहले से ही कमजोर सेंटीमेंट को और हिला दिया है, जिसके चलते निवेशक बिकवाली कर रहे हैं।

कई निवेशक इस वायरस के असर की तुलना कोरोना महामारी से करने लगे हैं, जिसने 2020 में भारत समेत दुनिया भर के शेयर बाजारों को भारी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार हालात उतने गंभीर नहीं हैं, लेकिन बाजार में डर का माहौल जरूर है। उन्होंने कहा कि इस बार वायरस के अलावा कई अन्य कारण भी गिरावट में अपना योगदान दे रहे हैं, जो निवेशकों को परेशान कर रहा है। इसमें विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली, कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ में गिरावट, महंगा वैल्यूएशन और ऊंची ब्याज दरें जैसे कारण शामिल है।

एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

मोतीलाल ओसवाल AMC के एमडी एंड सीईओ प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि नए वायरस के चलते शेयर बाजार में घबराहट है। उन्होंने कहा, "नए वायरस के चलते बाजार में रिएक्शन देखने को मिला है। निवेशकों ने पैनिक सेलिंग की।" हालांकि प्रतीक अग्रवाल ने इसके चलते बाजार में किसी भी बड़ी गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देखने की सलाह दी है।


उन्होंने कहा, "अभी तो मेरी समझ में जो आ रहा है वो यह है कि ये वायरस एक सामान्य फ्लू की तरह ही है। सरकार ने भी कुछ ऐसा ही कहा है। ऐसे में अगर इसके चलते बाजार में कोई बड़ी गिरावट आती है, तो इसे खरीदारी के मौके के रूप में देखा जाना चाहिए। घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) लगातार गिरावट पर खरीदारी कर रहे हैं। आगे भी उनकी यही रणनीति रहने वाली है।"

HDFC सिक्योरिटीज मे कमोडिटीज एंड करेंसीज के हेड, अनुज गुप्ता ने भी कुछ ऐसी ही राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि HMPV वायरस के चलते शेयर बाजार में कोविड काल जैसी गिरावट देखने को मिलेगी, यह कहना अभी काफी जल्दबाजी होगी। तस्वीर साफ होने के लिए हमें कुछ समय और इंतजार करना चाहिए। बाकी एक्सपर्ट्स भी निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने और बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "बाजार में डर का माहौल इसलिए है क्योंकि HMPV के प्रभाव का आकलन करना अभी मुश्किल है। लेकिन Q3 नतीजों के बाद बाजार में स्थिरता आ सकती है।" स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च हेड, मनीष चौधरी ने कहा, "HMPV वायरस के भारत में मिले शुरुआती मामलों के चलते बाजार का सेंटीमेंट थोड़ा खराब हो सकता है, लेकिन इसका असर सीमित रहने की उम्मीद क्योंकि यह कोविड वायरस की तुलना में काफी कम घातक प्रतीत हो रहा है।"

जब एक दिन में 13% गिर गया था सेंसेक्स

कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। साल 2020 के पहले तीन महीने- जनवरी, फरवरी और मार्च में शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए थे। 23 मार्च 2020 को लॉकडाउन के ऐलान के बाद तो सेंसेक्स और निफ्टी एक दिन में करीब 13% क्रैश हो गए। सेंसेक्स उस दिन 3,934.72 अंक (13.15%) गिरकर 25,981.24 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1,135.20 अंक (12.98%) गिरकर 7,610.25 पर बंद हुआ।

वहीं पूरे मार्च 2020 महीने की बात करें, तो निफ्टी-50 इंडेक्स ने उस महीने 23.25 फीसदी का गोता लगाया था। यह दिसंबर 2011 के बाद किसी एक महीने में शेयर बाजार में आई सबसे बड़ी गिरावट थी। इससे पहले फरवरी 2020 और जनवरी 2020 में निफ्टी इंडेक्स क्रमश: 6.36 फीसदी और 1.36 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए थे।

यह भी पढ़ें- Budget 2025: अभी खरीद लें ये 4 रेलवे स्टॉक्स, बजट पेश होते ही बन सकते हैं रॉकेट

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

Vikrant singh

Vikrant singh

First Published: Jan 08, 2025 11:44 AM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।