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स्टॉक्स की आ गई बाढ़! शेयर बाजार की अब होगी असली परीक्षा, निवेशक कस लें कमर

भारतीय शेयर बाजार में एक नई चुनौती देखने को मिल रही है। यह चुनौती है स्टॉक्स की भारी सप्लाई की। लगातार लॉन्च हो रहे IPO और बड़े इंस्टीट्यूशन की ओर से बिकवाली के चलते मार्केट में स्टॉक्स की सप्लाई यानी संख्या बढ़ती जा रही है। यह सप्लाई ऐसे समय में बढ़ रही है, जब शेयर बाजार पहले से ही विदेशी निवेशक की ओर से भारी बिकवाली और कमजोर तिमाही नतीजों के चलते दबाव में है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 18, 2024 पर 7:35 PM
स्टॉक्स की आ गई बाढ़! शेयर बाजार की अब होगी असली परीक्षा, निवेशक कस लें कमर
विदेशी निवेशकों ने इस महीने भारतीय बाजार से 7 अरब डॉलर की राशि निकाली है

भारतीय शेयर बाजार में एक नई चुनौती देखने को मिल रही है। यह चुनौती है स्टॉक्स की भारी सप्लाई की। लगातार लॉन्च हो रहे IPO और बड़े इंस्टीट्यूशन की ओर से बिकवाली के चलते मार्केट में स्टॉक्स की सप्लाई यानी संख्या बढ़ती जा रही है। यह सप्लाई ऐसे समय में बढ़ रही है, जब शेयर बाजार पहले से ही विदेशी निवेशक की ओर से भारी बिकवाली और कमजोर तिमाही नतीजों के चलते दबाव में है। हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) ने हाल ही में देश का सबसे बड़े IPO लॉन्च करके 3.3 अरब डॉलर जुटाए हैं। इसके अलावा अभी लगभग 6 अरब डॉलर के IPO लॉन्च होने के लिए तैयार हैं, जिन्हें सेबी से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।

इन नए IPOs के बाद शेयरों की सप्लाई में और बढ़ोतरी हो जाएगी। इसी महीने, विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से 7 अरब डॉलर से अधिक की राशि निकाली है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने आक्रामक खरीदारी करके इस बिकवाली के दबाव को कुछ हद तक कम किया है, लेकिन बाजार फिर भी अपने दो सालों में सबसे खराब महीने की ओर बढ़ रहा है।

Axis Mutual Fund के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर, अशीष गुप्ता का कहना है कि "बाजार में बढ़ते शेयर सप्लाई के कारण, अब सिर्फ घरेलू फंड के मजबूत फ्लो से बाजार को लगातार ऊपर उठाए रखने में मुश्किल हो सकती है।"

Hyundai के IPO को लेकर इस साल अबतक भारतीय कंपनियां 12 अरब डॉलर से अधिक की राशि IPOs के जरिए जुटा चुकी हैं। यह पिछले दो सालों के मुकाबले अधिक है।

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