Stock Markets Rally: मार्केट में तूफानी तेजी, सेंसेक्स 1000 से ज्यादा उछला, जानिए तेजी की वजह

Stock Markets : 28 अप्रैल को सुबह 10:50 बजे निफ्टी 222 प्वाइंट्स यानी 0.93 फीसदी की तेजी के साथ 24,262 पर चल रहा था। बीएसई का सेंसेक्स 798 प्वाइंट्स यानी 1.03 फीसदी के उछाल के साथ 80,0002 पर चल रहा था। करीब 1700 स्टॉक्स हरे निशान में थे

अपडेटेड Apr 28, 2025 पर 7:24 PM
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Nifty 50 इंडेक्स में Reliance Industries के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दिखी। इसकी वजह RIL के उम्मीद से बेहतर नतीजे हैं।

इंडियन स्टॉक मार्केट्स 28 अप्रैल को हरे निशान में खुले। फिर मार्केट के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1005 अंक बढ़कर 80,218 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 289 प्वाइंट्स की तेजी के साथ 24,328 पर रहा।  निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स और मिडकैप इंडेक्स में कम तेजी देखने को मिली।

RIL के शेयरों में जबर्दस्त उछाल

ऑटो और फॉर्मा सेक्टर के सूचकांकों में अच्छी तेजी दिखी। Nifty Auto Index आधा फीसदी तक ऊपर चल रहा था। फार्मा इंडेक्स 0.7 फीसदी की मजबूती दिखा रहा था। Nifty 50 इंडेक्स में Reliance Industries के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दिखी। इसकी वजह RIL के उम्मीद से बेहतर नतीजे हैं। कंपनी का प्रदर्शन मार्च तिमाही में शानदार रहा। इसका असर 28 अप्रैल को उसके शेयरों पर देखने को मिला। RIL का स्टॉक 4.15 फीसदी के उछाल के साथ 1,354 रुपये पर चल रहा था।


इन शेयरों में भी तेजी

RIL के शेयरों में उछाल से Sensex और Nifty को मजबूती मिली। बाजार की तेजी में ICICI Bank का भी मार्केट की तेजी में योगदान रहा। हालांकि, Shriram Finance और HFC Technologies में कमजोरी ने सूचकांकों की तेजी पर असर डाला। Mahindra & Mahindra, Bharti Airtel जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली। Maruti Suzuki का स्टॉक 0.51 फीसदी ऊपर चल रहा था।

बाजार में तेजी की ये हैं वजहें

मार्केट में तेजी की बड़ी वजह विदेशी निवेशकों की खरीदारी है। पिछले कुछ हफ्तों में विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख बदला है। वे इंडियन मार्केट में खरीदारी कर रहे हैं। बीते 8 दिनों में उन्होंने इंडियन मार्केट्स में 32,465 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। जियोजित इनवेस्टमेंट के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, "FIIs की स्ट्रेटेजी में नाटकीय बदलाव आया है। इसकी वजह अमेरिकी स्टॉक मार्केट्स का कमजोर प्रदर्शन है। अमेरिकी बॉन्ड्स की सेहत भी ठीक नहीं है। उधर डॉलर लगातार कमजोर हो रहा है।"

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निवेशकों को क्या करना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर संस्थागत निवेशकों की खरीदारी जारी रहती है तो इससे मार्केट को सपोर्ट मिलेगा। ऐसे में मार्केट में आगे तेजी जारी रह सकती है। लेकिन, इनवेस्टर्स को अभी सावधानी बरतने की जरूरत है। एक बार में ज्यादा निवेश नहीं करने की सलाह है। हर गिरावट पर थोड़ी-थोड़ी खरीदारी की जा सकती है। Nifty के लिए अगला सपोर्ट 24,000 पर दिख रहा है। रेसिस्टेंस के लेवल 24,300, 24,400 और 24,600 होंगे।

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