Sun Pharma के खिलाफ एक अमेरिकी कोर्ट का फैसला आने के बावजूद दो ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी के शेयरों को खरीदने की अपनी सलाह बनाए रखी है। अमेरिकी कोर्ट का यह फैसला Deuruxolitinib के पेटेंट से जुड़े एक विवाद में आया है। HSBC ने सन फार्मा के शेयरों को खरीदने की सलाह देते हुए इसका टारगेट प्राइस 1,275 रुपये कर दिया है। यह पहले के टारगेट प्राइस से 13.5 फीसदी ज्यादा है। Nomura ने शेयर का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 1,313 रुपये कर दिया है। पहले उसने शेयर का टारगेट प्राइस 1,138 रुपये दिया था। एनालिस्ट्स को प्रमुख स्पेशियलिटी ब्रांड्स (Ilumya, Winlevi और Cequa) में सन फार्मा के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। इससे कंपनी की सेल्स और प्रॉफिट बढ़ेगी।
स्पेशियलिटी सेल्स अच्छी रहने की उम्मीद
सन फार्मा ने आरएंडडी के साथ ही मार्केटिंग पर खर्च बढ़ाया है। कंपनी इंडिया और स्पेशियलिटी एरिया पर फोकस बढ़ा रही है। उसने अपने हलोल प्लांट पर रेमिडिएशन एक्सपेंसेज किए हैं। इसके बावजूद एनालिस्ट्स का मानना है कि स्पेशियलिटी सेल्स अच्छी रहने से कंपनी के मार्जिन पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा। Nomura का मानना है कि हालिया घटनाक्रम का कंपनी के प्रोडक्ट (Deuruxolitinib) की व्यावसायिक संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा।
22 अगस्त को आया अमेरिकी कोर्ट का फैसला
अमेरिका के एक अपीलीय कोर्ट ने 22 अगस्त को फैसला दिया। यह फैसला सन फार्मा के खिलाफ और Incyte Corp के पक्ष में आया है। यह फैसला deuruxolitinib के पेटेंट से जुड़े विवाद में आया है। इसका इस्तेमाल Alopecia Areata (AA) के इलाज में होता है। यह दवा सन फार्मा के पास Concert Pharma के अधिग्रहण से आई थी। एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी कोर्ट के फैसले का असर AA विकसित करने के सन फार्मा के प्लान और FDA रिव्यू प्रोसेस पर नहीं पड़ेगा।
आगे के प्लान के बारे में अभी फैसला नहीं
लेकिन फैसले की वजह से Sun Pharma को Incyte को रॉयल्टी पेमेंट करना पड़ेगा, जिससे उससे नुकसान हो सकता है। इसके अलावा कोर्ट के फैसले की वजह इस दवा का दूसरी बीमारियों में इस्तेमाल की सन फार्मा की कोशिश पर असर पड़ सकता है। हालांकि, सन फार्मा ने अभी अपने आगे के प्लान के बारे में नहीं बताया है। Incyte की Jkafi मायलोफिबरोसिस, पॉलीसिथेमिया वेरा और ग्राफ्ट वर्सेज होस्ट डिजीज के लिए अधिकृत है। ये Alopercia Areata के इलाज के सन फार्मा के लक्ष्य से अलग हैं। इसलिए एचएसबीसी का मानना है कि सन फार्मा एफडीए से एप्रूवल हासिल करने के बाद इस प्रोडक्ट को पेश कर सकती है। हालांकि, इसकी लॉन्चिंग का समय कई चीजों पर निर्भर करेगा।
2027 के बाद लॉन्च कर सकती है Deuruxo
एचएसबीसी का मानना है कि खराब से खराब स्थिति में सन फार्मा दिसंबर 2027 में ruxolitinib के पेटेंट के एक्सपायर कर जाने के बाद अमेरिका में Deuruxo लॉन्च कर सकती है। ऐसे में उसने इस स्थिति को ध्यान में रख सन फार्मा के लिए deuruxo की नेट प्रजेंट वैल्यू (NPV) जीरो लगाई है।