रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की कंपनी सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) ने एवररिन्यू एनर्जी (Everrenew Energy) से 225 मेगावाट का नया विंड एनर्जी ऑर्डर हासिल किया है। कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सुजलॉन, तमिलनाडु के त्रिची जिले के वेंगईमंडलम और तूतीकोरिन जिले के ओट्टापिदारम में एवररिन्यू एनर्जी की साइट्स पर हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (HLT) टावर के साथ 75 विंड टरबाइन जनरेटर लगाएगी। हर एक की रेटेड कैपेसिटी 3 मेगावाट होगी। यह ऑर्डर कंपनी की 3-3.15 मेगावाट प्रोडक्ट सीरीज के 3 मेगावाट, S144-140m टर्बाइंस के लिए है।
5 जनवरी को सुबह सुजलॉन एनर्जी शेयर बढ़त के साथ बीएसई पर 38.80 और एनएसई पर 38.90 रुपये पर खुला। ताजा डेवलपमेंट के बाद दिन के दौरान शेयर ने 5 प्रतिशत तक की बढ़त देखी और बीएसई पर 40.63 रुपये और एनएसई पर 40.60 रुपये पर अपर सर्किट लग गया। पिछले 1 साल में सुजलॉन एनर्जी के शेयर ने अपने निवेशकों को 277 प्रतिशत से ज्यादा कर रिटर्न दिया है।
समझौते के हिस्से के रूप में सुजलॉन, विंड टरबाइन (इक्विपमेंट सप्लाई) की आपूर्ति करेगी और कमीशनिंग सहित प्रोजेक्ट को सुपरवाइज करेगी। कमीशनिंग के बाद सुजलॉन, व्यापक संचालन और रखरखाव सेवाएं भी शुरू करेगी।
ऐसे एक प्रोजेक्ट से 1.85 लाख घर हो सकते हैं रोशन
सुजलॉन समूह के सीईओ जेपी चलसानी का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से पैदा बिजली का इस्तेमाल कैप्टिव जरूरतों के साथ-साथ कमर्शियल और इंडस्ट्रियल (C&I) उपभोक्ता खंड को टार्गेट करने के लिए भी किया जाएगा। इससे भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की गहरी पैठ बनेगी। इस आकार का एक प्रोजेक्ट लगभग 1.85 लाख घरों को बिजली प्रदान कर सकता है और प्रति वर्ष लगभग 7.31 लाख टन CO2 उत्सर्जन पर अंकुश लगा सकता है।