सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड (Suzlon Energy Limited) अब कर्ज मुक्त है और एसेट्स की बिक्री की कोई मजबूरी नहीं है। यह बयान कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) हिमांशु मोदी ने तिमाही नतीजों के बाद CNBC-TV18 के साथ बातचीत में दिया। सितंबर 2023 तिमाही में सुजलॉन एनर्जी ने 1,417 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया, जो पिछले साल की समान तिमाही के दौरान रिपोर्ट किए गए 1,430 करोड़ रुपये से थोड़ा कम है। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष के 56.47 करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल सितंबर तिमाही में 102.29 करोड़ रुपये हो गया। इन आंकड़ों को कम फाइनेंस कॉस्ट से मदद मिली।
हाल ही में सुजलॉन एनर्जी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) लेकर आई थी। इसके चलते कंपनी अब कर्ज मुक्त है। इसकी बैलेंस शीट में अब 600 करोड़ रुपये का शुद्ध कैश सरप्लस है। मोदी ने कहा कि कंपनी ने बिक्री के लिए कुछ नॉन-कोर एसेट्स की पहचान की थी, लेकिन वह इस तरह के निर्णय लेने के मामले में बहुत सिलेक्टिव होगी।
एसेट्स बिक्री की बाध्यता नहीं
उन्होंने कहा, 'नॉन-कोर एसेट्स के मामले में, कंपनी पहले ही कह चुकी है कि हमने कुछ एसेट्स की पहचान की है। अब जब हमारे पास कैश सरप्लस है, तो हम इस बारे में बहुत सिलेक्टिव होंगे कि हमें किन एसेट्स को डाइवेस्ट करने की जरूरत है। साथ ही सही मूल्य पर ऐसा किया जाएगा क्योंकि एसेट्स डाइवेस्टमेंट के लिए अब कोई बाध्यता या संकट नहीं है। इसलिए, हम उन निर्णयों को लेकर बहुत सिलेक्टिव होंगे।'
1.6 गीगावॉट की कनफर्म्ड ऑर्डर बुक
मोदी ने कहा कि सुजलॉन के पास वर्तमान में 1.6 गीगावॉट की कनफर्म्ड ऑर्डर बुक है, जिसे अगली कुछ तिमाहियों में एग्जीक्यूट किया जाएगा और फोकस, लाभदायक और ऑर्डर के समय पर एग्जीक्यूशन पर है। नेट कैश बैलेंस शीट के साथ, सुजलॉन ने वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर में 88 करोड़ रुपये की ब्याज लागत दर्ज की। सीएफओ को उम्मीद है कि दूसरी छमाही अक्टूबर-दिसंबर में यह आंकड़ा और कम हो जाएगा। शुक्रवार 3 नवंबर को सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 5 प्रतिशत की तेजी आई और अपर सर्किट लग गया। बीएसई पर शेयर 34.44 और एनएसई पर 34.25 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर का 9 साल का हाई है।