Suzlon Energy Q2 Results: चालू वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 सुजलॉन एनर्जी धमाकेदार रही। सितंबर तिमाही में विंड टर्बाईन कंपनी का कंसालिडेटेड लेवल पर शुद्ध मुनाफा सालाना 6 गुना से अधिक बढ़ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 84% से अधिक बढ़ गया। कारोबारी नतीजे आते ही निवेशक लहालोट हो उठे और फटाक से रॉकेट बन गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 1.28% की बढ़त के साथ ₹60.00 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 3.63% उछलकर ₹61.39 के भाव पर पहुंच गया था।
Suzlon Energy Q2 Results: खास बातें
सितंबर 2025 तिमाही में सालाना आधार पर सुजलॉन एनर्जी का कंसालिडेटेड प्रॉफिट सालाना आधार पर ₹200.60 करोड़ से 537.81% उछलकर ₹1,279.44 करोड़ पर पहुंच गया। इसे ₹718.18 करोड़ के डेफर्ड टैक्स यानी टैक्स राइट-बैक से सपोर्ट मिला। हालांकि अगर इसे निकाल दिया जाए तो भी कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 100% से अधिक बढ़ा है। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹2,103.38 करोड़ से 84.03% उछलकर ₹3,870.78 करोड़ लपर पहुंच गया। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹293.4 करोड़ से उछलकर ₹720 करोड़ पर पहुंच गया और ऑपरेटिंग मार्जिन 460 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 18.6% पर पहुंच गया।
कोर विंड टर्बाइन जेनेरेटर सेगमेंट का रेवेन्यू सालाना आधार पर ₹1,507 करोड़ से बढ़कर ₹3,241 करोड़, फाउंड्री और फॉर्जिंग्स बिजनेस का रेवेन्यू ₹83 करोड़ से ₹121 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस बिजनेस का रेवेन्यू लगभग फ्लैट रहा और ₹565 करोड़ से बढ़कर ₹575 करोड़ पर पहुंचा। सितंबर तिमाही में सुजलॉन एनर्जी की डिलीवरी 565 मेगावाट रही जोकि कंपनी के लिए अब तक सबसे अधिक रही। इसका ऑर्डर बुक अब 6 गीगावट के पार जाकर 6.2 गीगावाट पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी ने ऑर्डर बुक में 2 गीगावाट जोड़े हैं। सितंबर तिमाही के आखिरी में सुजलॉन एनर्जडी का नेट कैश पोजिशन ₹1,480 करोड़ रहा।
सुजलॉन ग्रुप के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती का कहना है कि प्रोजेक्ट डेवलपमेंट और प्रोजेक्ट एग्जीक्यूशन को अलग-अलग करने की स्ट्रैटेजी से एग्जीक्यूशन वॉल्यूम में जोरदार तेजी आएगी। उनका कहना है कि वर्ष 2047 तक 400 गीगावट की लॉन्ग-टर्म विजिबिलिटी दिख रही है। सुजलॉन ग्रुप के सीईओ जेपी चलसानी का कहना है कि भारतीय विंड मार्केट आगे बढ़ रहा है और इस वित्त वर्ष 6 गीगावट तक इंस्टॉलेशन पहुंच सकता है और अगले वित्त वर्ष 2027 में 8 गीगावाट तक। उनका कहना है कि सुजलॉन अपनी ग्रोथ को टिकाऊ रखेगी।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
सुजलॉन के शेयर 7 अप्रैल 2025 को ₹46.00 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से यह दो महीने से भी कम समय में 61.52% उछलकर 30 मई 2025 को ₹74.30 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।