Suzlon Share Price: सुजलॉन एनर्जी को मौजूदा वित्त वर्ष 2026 को अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि उसे टाटा पावर की इकाई टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड 838 मेगावॉट (MW) का ऑर्डर मिला है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में भी 2 फीसदी से अधिक की तेजी देखने को मिली।
सुजलॉन एनर्जी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट फर्म एंड डिस्पैच रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) परियोजना का हिस्सा होगा इसके तहत सुजलॉन की 266 एस144 विंड टरबाइन लगाई जाएंगी। हर टरबाइन की क्षमता 3.15 मेगावॉट होगी।
यह 838 मेगावाट की यह क्षमता तीन राज्यों में लगेगी। इनमें कर्नाटक में 302 मेगावॉट, महाराष्ट्र में 271 मेगावॉट और तमिलनाडु में 265 मेगावॉट की क्षमता लगाई जाएगी।
यह सुजलॉन एनर्जी को मिला अब तक का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है। इससे पहले कंपनी को NTPC ग्रीन एनर्जी से 1,544 मेगावॉट का ऑर्डर मिला था। यह टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी के साथ सुजलॉन का तीसरा प्रोजेक्ट है।
सुजलॉन ग्रुप के सीईओ जेपी चालसानी ने इस मौके पर कहा, “यह तथ्य कि टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी हमें लगातार अपनी पसंदीदा पार्टनर मानती है, हमारे ‘मेड इन इंडिया’ इनोवेशन और एक्सिक्यूशन एक्सीलेंस को दिखाता है।”
उन्होंने हाल ही में CNBC-TV18 को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि कंपनी जल्द ही नए चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) की नियुक्ति करने जा रही है। मौजूदा CFO हिमांशु मोदी ने चार साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद पद छोड़ दिया है।
चालसानी ने यह भी साफ किया कि हाल ही में हुए ब्लॉक डील के प्रमोटर्स ने जो अपनी हिस्सेदारी बेची थी, उसका मुख्य कारण कैश जनरेशन था। उन्होंने कहा कि कंपनी के बिजनेस के प्रति उनका लंबी अवधि का समर्पण बरकरार है।
इस ऑर्डर की घोषणा के बाद मंगलवार को सुजलॉन एनर्जी के शेयर कारोबार के दौरान 2% उछलकर 59.25 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। हालांकि, 2025 में यह स्टॉक अभी भी करीब 10% नीचे है।
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