बाजार में आज 3 दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया। सेसेंक्स और निफ्टी में दोनों में मुनाफावसूली का दबाव दिखा और दोनों ही 0.25 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए। दिग्गज शेयरों के साथ ही छोटे-मझोले शेयरों की पिटाई होती दिखी। बैंकिंग शेयर भी मुनाफावसूली से नहीं बचे। रियल्टी , बैंक, पावर शेयरों में भी बिकवाली रही। फार्मा और ऑटो शेयरों पर भी दबाव रहा।
आज के कारोबार में आईटी को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में सेसेंक्स 191 प्वाइंट गिरकर 57,124 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 69 प्वाइंट गिरकर 17,004 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी बैंक 334 प्वाइंट गिरकर 34,857 पर बंद हुआ जबकि मिडकैप 314 प्वाइंट गिरकर 29,612 पर बंद हुआ।
आज के कारोबार में निफ्टी के 50 में से 38 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली जबकि सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में गिरावट रही। वहीं निफ्टी बैंक के सभी 12 शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
जानिए अब आगे कैसी रहेगी बाजार की चाल
मोतीलाल ओसवाल के चंदन तपड़िया का कहना है कि निफ्टी ने डेली स्केल पर एक बियरिश कैंडल बनाया और करीब 70 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसने अपने हायर लोज को नकार दिया लेकिन पिछले 4 कारोबारी सत्रों से यह हायर हाईज बना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि निफ्टी ने वीकली स्केल पर लॉन्ग लोअर शैडो के साथ एक बुलिश कैंडल बनाया जो इस बात का संकेत है कि हर गिरावट पर खरीदारी हुई है लेकिन ऊपरी स्तर पर दबाव कायम है। अब निफ्टी को 17,200- 17350 की तरफ जाने के लिए 17,000 के ऊपर टिके रहना होगा। निफ्टी के लिए 16,900 -16800 के स्तर पर सपोर्ट नजर आ रहा है।
Kotak Securities के श्रीकांत चौहान का कहना है कि ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों और केंद्रीय बैंकों के रुख में कड़ाई आने के साथ ही इस हफ्ते की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी। ग्लोबल मार्केट से संकेत लेते हुए घरेलू बाजार में भी हफ्ते के दौरान कुछ रिकवरी देखने को मिली। हफ्ते के अंत में निफ्टी और सेसेंक्स लगभग सपाट बंद हुए हैं। जहां अमेरिकी 10 ईयर ट्रेजरी यील्ड काफी हद तक स्थिर है वहीं कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आनी शुरु हो गई है। अब तक इस महीने एफआईआई भारतीय बाजार में नेट सेलर रहे हैं। महंगाई और ग्लोबल सेंट्रल बैंकों के एलानों के अलावा ग्लोबल और घरेलू बाजारों की नजर ओमीक्रोन से जुड़ी खबरों पर लगी रहेगी।
Religare Broking के अजित मिश्रा का कहना है कि बाजार की नजर अब कोरोना से जुडी स्थितियों पर लगी गई हुई है। कोरोना से जुड़ी कोई पॉजिटीव खबर बाजार में जोश भर सकती है। ऐसा होने तक बाजार में उतार-चढ़ाव कायम रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें बाजार में मिला-जुला ट्रेन्ड देखने को मिल रहा है। जिसको ध्यान में रखते हुए आईटी, चुनिंदा एफएमसीजी, फार्मा पर नजर रखना चाहिए। बैंकिंग पैक पर दबाव जारी रह सकता है।