पाकिस्तान की जीडीपी से ज्यादा Tata Group की वैल्यू, इतना बड़ा है गैप

Tata Group more valuable than Pakistan: टाटा ग्रुप का मार्केट कैप पाकिस्तान की पूरी इकॉनमी से अधिक है। इसमें से टाटा की सिर्फ एक कंपनी टीसीएस अकेले ही पाकिस्तान की आधी इकॉनमी के बराबर है। अगर टाटा की अनलिस्टेड कंपनियों को भी गिना जाए तो पाकिस्तान काफी पीछे छूट जाएगा। जानिए पाकिस्तान के इकॉनमी की क्या हालत और टाटा के कंपनियों की क्या स्थिति है?

अपडेटेड Feb 19, 2024 पर 1:59 PM
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टाटा ग्रुप की वैल्यू में सबसे अधिक इजाफा टाटा मोटर्स (Tata Motors) और ट्रेंट (Trent) ने किया।

Tata Group more valuable than Pakistan: टाटा ग्रुप की कंपनियों निवेशकों की दौलत में ताबड़तोड़ इजाफा कर रही हैं। एक साल में ग्रुप की कंपनियों की वैल्यू इतनी अधिक हो चुकी है कि इसने पाकिस्तान की पूरी इकॉनमी को पीछे छोड़ दिया है। IMF के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की इकॉनमी करीब 3.41 हजार करोड़ डॉलर की है तो दूसरी तरफ टाटा ग्रुप का मार्केट कैप करीब 3.65 हजार करोड़ डॉलर का है। टाटा की एक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) तो 15 लाख करोड़ रुपये यानी 1.70 हजार करोड़ डॉलर के मार्केट कैप के साथ अकेले ही पाकिस्तान की आधी इकॉनमी के बराबर है।

अगर टाटा की अनलिस्टेड कंपनियों जैसे कि टाटा सन्स, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के साथ-साथ एयर इंडिया और विस्तारा के एयरलाइन कारोबार को भी गिना जाए तो टाटा ग्रुप की वैल्यू में 1.60-1.70 हजार करोड़ डॉलर का इजाफा और हो जाएगा।

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भारी दिक्कतों से जूझ रही है Pakistan Economy

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर आर्थिक संकट का सामना कर रही है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की जीडीपी वित्त वर्ष 2022 में 6.1 फीसदी और वित्त वर्ष 2021 में 5.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी लेकिन अब इसके वित्त वर्ष 2023 में सिकुड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। बाढ़ के चलते पाकिस्तान में अरबों डॉलर का नुकसान हुआ। इस पर 1.25 हजार करोड़ डॉलर का विदेशी कर्ज और देनदारियां है। जुलाई से ही यह 2500 करोड़ डॉलर के विदेशी कर्ज को चुकाने की कोशिश कर रही है और IMF से इसका 300 करोड़ का कार्यक्रम भी मार्च में समाप्त हो रहा है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 800 करोड़ डॉलर के लेवल पर है।

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Tata के कंपनियों की क्या है हालत

अब अगर टाटा ग्रुप के कंपनियों की बात करें तो इसकी वैल्यू में सबसे अधिक इजाफा टाटा मोटर्स (Tata Motors) और ट्रेंट (Trent) ने किया। इसके अलावा टीसीएस, टाइटन और टाटा पावर के शेयरों में भी एक साल में शानदार तेजी आई। हाल ही में लिस्ट हुई टाटा टेक (Tata Tech) को मिलाकर टाटा की आठ कंपनियों- टाटा टेक, टीआरएफ, ट्रेंट, बनारस होटल्स, टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन, टाटा मोटर्स, ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन ऑफ गोवा और आर्टसन इंजीनियरिंग ने निवेशकों के पैसों को एक साल में ही दोगुने से अधिक कर दिया। हालांकि टाटा की सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयर चढ़े नहीं हैं बल्कि एक कंपनी टाटा केमिकल्स के शेयर एक साल में करीब 5 फीसदी फिसले हैं।

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First Published: Feb 19, 2024 1:59 PM

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