Tata Motors Fund Raising: ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड के बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट बेसिस पर नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) जारी करके 2,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दे दी है। ये NCD तीन किश्तों में जारी किए जाएंगे, जिनमें से हर एक में सालाना 7.65% की फिक्स्ड कूपन रेट की पेशकश की जाएगी। नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर एक फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स हैं, जो एक निश्चित अवधि और ब्याज दरों के लिए जारी किए जाते हैं। इन डिबेंचर्स को इक्विटी में कनवर्ट नहीं किया जा सकता है।
कंपनियां एनसीडी का इस्तेमाल इसलिए करती हैं क्योंकि यह उन्हें किसी भी इक्विटी को कम किए बिना पैसे जुटाने में सक्षम बनाता है। टाटा मोटर्स के NCD की हर किश्त में वार्षिक ब्याज भुगतान के साथ 7.65% प्रति वर्ष की निश्चित कूपन रेट होगी। पहली किश्त 26 मार्च, 2027 को, दूसरी 24 मार्च, 2028 को और तीसरी 27 मार्च, 2028 को मैच्येार होगी। तीनों किश्तों के लिए अलॉटमेंट की प्रस्तावित तारीख 27 मार्च, 2025 है।
सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होगा फंड
टाटा मोटर्स द्वारा NCD के जरिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किए जाने की उम्मीद है। इनमें रिसर्च एंड डेवलपमेंट, क्षमता विस्तार और वर्किंग कैपिटल जरूरतें शामिल हैं, लेकिन उद्देश्य इन्हीं तक सीमित नहीं हैं।
19 मार्च को टाटा मोटर्स के शेयरों में मामूली तेजी है। शेयर 0.31 प्रतिशत बढ़त के साथ 681.90 रुपये पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 2.5 लाख करोड़ रुपये है। ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने टाटा मोटर्स के शेयर के लिए 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी है। साथ ही टारगेट प्राइस 826 रुपये प्रति शेयर रखा है। शेयर की कीमत में गिरावट के बाद, मैक्वेरी का मानना है कि टाटा मोटर्स अब एक आकर्षक रिस्क-रिवॉर्ड अवसर प्रदान करता है। पिछले एक साल में टाटा मोटर्स का शेयर 28 प्रतिशत सस्ता हुआ है।
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