Yes Bank, Tata Power के हजारों शेयरधारक हुए कम, क्या ये है गिरावट का संकेत?

यस बैंक (Yes Bank) और टाटा पावर (Tata Power) हाल फिलहाल तक शेयर बाजार की सबसे चहेती कंपनियों में से एक थीं। इन दोनों स्टॉक्स की गिनती सबसे अधिक शेयरधारकों वाले शेयरों में होती थी। हालांकि सितंबर तिमाही के दौरान इन स्टॉक्स के शेयरधारकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। सबसे अधिक गिरावट टाटा पावर में आई, जिसके 64,000 से अधिक शेयरधारक कम हो गए

अपडेटेड Oct 25, 2024 पर 12:21 PM
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टाटा स्टील (Tata Steel) को सितंबर तिमाही में 8 लाख नए निवेशक मिले

यस बैंक (Yes Bank) और टाटा पावर (Tata Power) हाल फिलहाल तक शेयर बाजार की सबसे चहेती कंपनियों में से एक थीं। इन दोनों स्टॉक्स की गिनती सबसे अधिक शेयरधारकों वाले शेयरों में होती थी। हालांकि सितंबर तिमाही के दौरान इन स्टॉक्स के शेयरधारकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। सबसे अधिक गिरावट टाटा पावर में आई, जिसके 64,000 से अधिक शेयरधारक कम हो गए। वहीं यस बैंक के शेयरधारकों की संख्या में करीब 54,000 की कमी आई है। इन दोनों के बाद तीसरे नंबर पर रिलायंस पावर (Reliance Power) रही, जिसके शेयरधारकों की संख्या में 47,000 से अधिक की कमी देखी गई।

इसके उलट टाटा स्टील (Tata Steel) को सितंबर तिमाही में 8 लाख नए निवेशक मिले। वहीं टाटा मोटर्स (Tata Motors) में 7 लाख और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) में 6 लाख नए शेयरधारकों का इजाफा हुआ। इनके अलावा IRFC में 3.9 लाख, NHPC में 2.6 लाख और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) के शेयरधारकों की संख्या में करीब 55,000 का इजाफा हुआ।

Yes Bank के शेयरधारकों की संख्या में सितंबर तिमाही में भले ही गिरावट आई, लेकिन यह अभी भी करीब 6.1 करोड़ निवेशकों के साथ देश की सबसे अधिक शेयरधारकों वाली कंपनी बनी हुई है। टाटा ग्रुप की भी 3 कंपनियां भी टॉप-10 शेयरधारकों वाली लिस्ट में है। इसमें टाटा स्टील दूसरे स्थान पर, टाटा मोटर्स तीसरे स्थान पर और टाटा पावर आठवें स्थान पर है। इसके अलावा IRFC चौथे स्थान पर रही, उसके बाद वोडाफोन आइडिया, सुजलॉन एनर्जी और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का स्थान रहा। रिलायंस पावर दसवें स्थान पर रही।


Yes Bank Tata Power among companies with steepest decline in shareholder numbers

एनालिस्ट्स का क्या है कहना?

एनालिस्ट्स का मानना है कि अधिकतर रिटेल निवेशक "जल्द अमीर बनने" के लालच के साथ कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स में निवेश करते हैं। हालांकि इन स्टॉक्स के लंबे समय तक नहीं चलने से कुछ निवेशकों को निराशा का सामना करना पड़ा और वे अपने घाटे को कम करने के लिए बाहर निकल गए। वहीं कई लोग अभी भी इन स्टॉक्स में संभावित मुनाफे की उम्मीद में निवेश किए हुए हैं।

इसके विपरीत, बड़ी और स्थिर कंपनियों में शेयरधारकों की संख्या में बढ़ोतरी अपेक्षाकृत कम है, क्योंकि इन कंपनियों को आमतौर पर धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ देने वाली माना जाता है। जनवरी 2023 से लेकर अब तक, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने लगभग 31 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, जबकि BSE MidCap और SmallCap इंडेक्स में 82 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई है।

SAMCO Securities में मार्केट पर्सपेक्टिव्स एंड रिसर्च हेड, अपूर्व शेठ ने कहा कि निवेशक यस बैंक, रिलायंस पावर, वोडाफोन और सुजलॉन जैसे कम कीमत वाले शेयरों को पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये शेयर जल्दी से दोगुने हो सकते हैं, हालांकि यह हमेशा सच नहीं होता।

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