टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (Tata Consultancy Services) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन (Rajesh Gopinathan, the chief executive officer and managing director) सितंबर में कंपनी छोड़ेंगे। उनकी जगह के कृतिवासन (K Krithivasan) लेंगे। कृतिवासन वर्तमान में टीसीएस के बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (BFSI) बिजनेस ग्रुप के प्रमुख हैं। गोपीनाथन के कार्यकाल के दौरान TCS भारत की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई। इस कंपनी ने FY23 में मार्केट कैप में 168 अरब डॉलर को पार कर लिया। इसका रेवन्यू और क्लाइंट बेस भी बढ़ा। लिहाजा जानते हैं कंपनी के चीफ के रूप में गोपीनाथन को कितनी सैलरी मिलती थी।
HCL के सी. विजयकुमार सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले IT CEO
वित्त वर्ष 22 में गोपीनाथन को कुल 25.75 करोड़ रुपये का मुआवजा मिला। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए टीसीएस की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक उनका वेतन 26.6 प्रतिशत बढ़ा है। वह भारत में पांचवें सबसे अधिक वेतन पाने वाले आईटी सीईओ हैं। इस सूची में सबसे ऊपर एचसीएल के सी. विजयकुमार (HCL's C. Vijayakumar,) हैं। इन्हें 2021 में 123.13 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
भारत में शीर्ष 5 सबसे अधिक वेतन पाने वाले आईटी सीईओ में दूसरे क्रमांक पर विप्रो के डेलापोर्टे (Wipro's Thierry Delaporte) को 79.8 करोड़ रुपये, तीसरे क्रमांक पर इंफोसिस के सलिल पारेख (Infosys' Salil Parekh) को 71.02 करोड़ रुपये और चौथे क्रमांक पर टेक महिंद्रा के सीपी गुरनानी (Tech Mahindra's CP Gurnani) को 63.4 करोड़ रुपये वेतन के रूप में मिलते हैं। TCS के नए सीईओ सितंबर में कार्यभार संभालेंगे।
K Krithivasan को बताया नये सीईओ के लिए सबसे योग्य
कंपनी के निवर्तमान सीईओ ने K Krithivasan को टीसीएस को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए "सर्वश्रेष्ठ पदाधिकारी" के रूप में वर्णित किया। गोपीनाथन ने कहा, "मैं कृति के साथ मिलकर काम करूंगा ताकि उन्हें हर संभव मदद मिल सके।" टीसीएस के साथ अपनी यात्रा पर बात करते हुए, गोपीनाथन ने कहा कि उन्होंने अपने "रोमांचक" कार्यकाल का पूरा आनंद लिया।
उन्होंने एक बयान में कहा, "चंद्रा (एन चंद्रशेखरन) के साथ मिलकर काम करना खुशी की बात है, जिन्होंने इस पूरी अवधि में मेरा मार्गदर्शन किया है।" "इस प्रतिष्ठित संगठन का नेतृत्व करने के पिछले छह साल सबसे अधिक समृद्ध और पूर्ण रहे हैं। कंपनी के वृद्धिशील रेवन्यू में 10 अरब डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई है। कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 70 अरब डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई है।