Tata Consultancy Services (TCS) के शेयर आज (11 अक्टूबर) को फोकस में रहेंगे। कंपनी ने सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। कंपनी का प्रॉफिट 10,000 करोड़ से ज्यादा रहा है। टीसीएस के नतीजों के साथ ही टेक्नोलॉजी कंपनियों के नतीजों की शुरुआत हो गई है।
TCS ने 10 अक्टूबर को सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। कंपनी का प्रॉफिट इस दौरान 10,465 करोड़ रुपये रहा। यह साल दर साल आधार पर 8.41 फीसदी की ग्रोथ है। पिछले फाइनेंशियल ईयर की सितंबर तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 9,653 करोड़ रुपये था।
टीसीएस इंडिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। उसने कहा है कि सितंबर तिमाही में प्रॉफिट तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 9.33 फीसदी बढ़ा है। कंपनी का रेवेन्यू 18.01 फीसदी बढ़कर 55,309 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में यह 46,867 करोड़ रुपये था। तिमाही दर तिमाही आधार पर रेवेन्यू ग्रोथ 4.83 फीसदी रही।
स्थिर करेंसी में साल दर साल आधार पर रेवेन्यू की ग्रोथ 15.4 फीसदी रही। कंपनी ने कहा है कि उसका ऑपरेटिंग मार्जिन 24 फीसदी रहा, जो साल दर साल आधार पर 1.6 फीसदी कम है। सितंबर तिमाही में कंपनी की ऑर्डर बुक 8.1 अरब डॉलर रही। ऑपरेशंस से नेट कैश 10,675 करोड़ रुपये रहा। यह नेट इनकम का 102.3 फीसदी है।
सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद क्या है टीसीएस पर ब्रोकरेज फर्मों की राय?
Macquarie ने टीसीएस के शेयरों पर 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग दी है। उसने इसके शेयर के लिए 4,150 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। उसने कहा है कि वह इंफोसिस के मुकाबले टीसीएस को प्रेफर करेगी। हालांकि, उसने दोनों के लिए आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
Nomura ने TCS के शेयरों में निवेश घटाने की सलाह दी है। उसने इस शेयर के लिए 2,620 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। उसने कहा है कि कंपनी के ग्रोथ आउटलुक को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। ऑर्डरबुक में भी ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है। नोमुरा का कहना है कि क्लाइंट्स के फैसले लेने में ज्यादा वक्त लग रहा है, जिसका असर कंपनी की ग्रोथ पर पड़ेगा।
रिसर्च फर्म Bernstein ने टीसीएस के शेयरों पर अपनी 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बनाए रखी है। उसने इसका टारगेट प्राइस 3,850 रुपये दिया है। उसने कहा है कि कंपनी का रेवेन्यू अच्छा रहा है। मार्जिन भी उम्मीद के मुताबिक रहा है। तिमाही दर तिमाही आधार पर 0.90 फीसदी ग्रोथ के साथ EBIT मार्जिन 24 फीसदी रहा।
Jefferies ने निवेशकों को टीसीएस के शेयर अपने पास बनाए रखने की सलाह दी है। उसने इस शेयर के लिए 3,180 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि कंपनी का रेवेन्यू, मार्जिन और प्रॉफिट अनुमान से बेहतर रहा है। कंपनी की ऑर्डरबुक 8.1 अरब डॉलर है, जो साल दर साल आधार पर स्थिर है। सबकॉन्ट्रैक्टिंग बढ़ाने के साथ ही कंपनी ने नेट हायरिंग घटाया है। इससे पता चलता है कि कंपनी का मैनेजमेंट सावधानी बरत रहा है।