मोतीलाल ओसवाल ग्रुप के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल का कहना है कि भारत में आम लोगों के बीच इक्विटी बाजार को लेकर रुचि बढ़ रही है। इसके साथ ही इक्विटी बाजार की रेग्यूलेटरी बॉडी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बाजार को सुरक्षित बनाने के लिए तमाम बड़े काम किए हैं। जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग इक्विटी बाजार के साथ जुड़े हैं। जल्द ही बाजार में सीधे तौर पर निवेश करने वाले इक्विटी निवेशकों की संख्या 20 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी।
मीडिया से हाल ही में हुई बातचीत में रामदेव अग्रवाल ने आगे कहा कि इस समय देश में करीब 13 करोड़ डीमैट खाते हैं। इनमें हर महीने करीब 20-30 लाख खातों की बढ़त हो रही है। अगले 13-14 महीनों में डीमैट खातों की संख्या 20 करोड़ को पार करती नजर आ सकती है जो शायद दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर बेस में से एक होगा। इस ग्रोथ में देश में बढ़ते डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सेबी की तरफ से उठाए गए कदमों का बड़ा योगदान है। उन्होंने देश में इक्विटी बाजार को निवेशकों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए सेबी को धन्यवाद दिया।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान वातावरण और देश में हो रहा इकोनॉमिक डेवलपमेंट इस समय हाई ग्रोथ और हाई क्वालिटी वाला पोर्टफोलियो बनाने के लिहाज से बहुत अच्छा दिख रहा है। उनका मानना है कि मई-जून 2024 तक नए सेक्टरों में तेजी आती दिखेगी। अगले साल मार्च के बाद नए कुछ नए सेक्टर्स में जोरदार ग्रोथ देखने को मिलेगी। यह समय निवेश करने के नजरिए से काफी अच्छा होगा।
रामदेव अग्रवाल ने आगे कहा कि FIIs के एक बार फिर से भारतीय बाजार की तरफ रुख करने से रिटेल निवेशकों में भी जोश आएगा। इससे बाजार में फिर से तेजी आती दिखेगी। लार्ज कैप के तेजी पकड़ने के साथ ही बाजार में नया जोश देखने को मिलेगा। लेकिन ये बताना मुश्किल है कि कब लार्ज कैप फिर से तेजी पकड़ेंगे। लेकिन उम्मीद है कि अगले 5-6 महीनों में FIIs का निवेश फिर से पॉजिटिव होता दिखेगा। इसके साथ ही बाजार फिर से नई तेजी पकड़ता दिखेगा।
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