Mirae एक नया फंड ऑफर बाजार में लेकर आया है। इस नए फंड का नाम है मिराए एसेट फ्लेक्सी कैप फंड (Mirae Asset Flexi Cap Fund)। यह फंड निवेश के लिए 17 फरवरी तक खुला रहेगा जबकि 27 फरवरी को फिर से री-ओपेन किया जाएगा। इस फंड में कम से कम शुरुआती निवेश 5,000 रुपये करना होगा। उसके बाद 1 रुपये के गुणक में कितना भी निवेश किया जा सकता है। इसका बेंचमार्क इंडेक्स NIFTY 500 TRI है। बता दें कि इक्विटी फ्लेक्सी कैप स्कीम्स में फंड हाउस लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप तीनों कैटेगरी की कंपनियों में निवेश करते हैं। ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम हैं। फंड की क्या खासियत है और इस फंड में क्यो पैसे लगाने चाहिए? साथ ही बाजार के आगे के आउटलुक कैसे रह सकते है , इन सभी मुद्दों पर विस्तार से बात करते हुए Mirae Asset Investment Managers (India) के फंड मैनेजर वृजेश कसेरा (Vrijesh Kasera) ने कहा कि बजट के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रही है। फिलहाल ग्लोबल ग्रोथ और चीन को लेकर चिंताए बनी हुई है जिसके चलते बाजार में छोटी अवधि में उतार चढ़ाव बना रहेगा। हालांकि लॉन्ग टर्म में बाजार का फंडामेटल बेहतर बना हुआ है।
बाजार का वैल्यूएशन अभी सही
वृजेश कसेरा ने आगे कहा कि इंफ्रा पुश से बाजार को आगे फायदा मिलेगा। पीएलआई जैसी स्कीमों का फायदा आगे बाजार में दिखेगा। वैल्युएशन के लिहाज से बाजार अभी ठीक नजर आ रहा है। लिहाजा निवेशक 3-5 साल के लिए इक्विटी फंड में निवेश करें। उन्होंने आगे कहा कि महंगाई में अभी नरमी आ रही है। बाजार का वैल्यूएशन अभी सही है। बाजार काफी रीजनेबल प्राइस पर है।
अभी फ्लैक्सीकैप फंड क्यों लॉन्च
फ्लैक्सीकैप फंड पर बात करते हुए वृजेश कसेरा ने कहा कि फ्लैक्सीकैप फंड में सबकुछ एक साथ होता है। फ्लैक्सीकैप फंड के जरिए लॉन्ग टर्म के लिए निवेश से फायदे मिलते है । इस फंड में लार्ज, मिड और स्मॉलकैप की मिक्स स्ट्रैटेजी होती है। बाजार के हिसाब से निवेश बढ़ाने का मौका है। वेल्थ क्रिएशन के लिए फ्लैक्सी फंड बेहतर होता है।
पोर्टफोलियो में किसको कितना वेटेज
पोर्टफोलियो में किसको कितना वेटेज ? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अभी पोर्टफोलियो फिक्स नहीं किया गया है। मिड और स्मॉलकैप पर फोकस रहेगा । नए फंड में लार्जकैप पर फोकस कम है। इस फंड में स्टॉक्स पर फोकस करने की रणनीति होगी। लंबी अवधि में फ्लेक्सिबिलिटी के फायदे होते है। फ्लैक्सीकैप में लॉन्ग टर्म अप्रोच रख सकते हैं। इस फंड में स्टॉक्स पिकिंग के लिए BMV अप्रोच रहता है । बिजनेस के जरिए कंपनी की ग्रोथ संभावना , मैनेजमेंट के जरिए कंपनी की कैपिटल, और कंपनी पॉलिसी पर अप्रोच रहता है । वहीं वैल्यूएशन के जरिए कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन अप्रोच क्या है इस पर ध्यान रखा जाता है।
वृजेश कसेरा बैंकिंग, फाइनेंशियल सेक्टर को लेकर काफी बुलिश है। उनका कहना है कि इन दोनों ही सेक्टर की बैलेंसशीट काफी ठीक हुई है। एनपीए की समस्या भी दूर हुई है और 16-17 पीसदी का क्रेडिट ग्रोथ रहा है। साथ ही वृजेश कसेरा को हेल्थकेयर सेक्टर, ऑटो सेक्टर और रियल एस्टेट सेक्टर काफी अच्छा लगता है। उनका कहना है कि हेल्थकेयर सेक्टर में आगे मार्जिन प्रेशर नॉर्मल होगा ।
उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि पिछले 2 साल से ग्रामीण मार्केट खराब रहा है। महंगाई और कोविड से सेंटिमेंट खराब हुए है। अब जब महंगाई में नरमी आ रही है और अच्छे मॉनसून के चलते इस साल फसल उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है तो यह कहना गलत नहीं होगा कि आगे ग्रामीण इलाकों में डिमांड देखने को मिलेगा। क्योंकि अब इनका कुछ मोमेंटम वापस लौटा है।
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