Three M Paper Boards IPO Listing: पेपर प्रोडक्ट्स बनाने वाली थ्री एम पेपर बोर्ड्स (Three M Paper Boards) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 13 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 69.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SEM पर इसकी 76 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 11 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Three M Paper Boards Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 79.80 रुपये (Three M Paper Boards Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक अब 15.65 फीसदी मुनाफे में हैं।
Three M Paper Boards IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
थ्री एम पेपर बोर्ड्स का ₹39.83 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-16 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 171.33 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 79.37 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 284.67 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 175.19 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 57.72 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी नई मशीनरी के इंस्टॉलेशन, मौजूदा मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी के तहत कुछ प्रोसेसेज के मॉडर्नाइजेशन और प्लास्टिक फायर्ड लो प्रेशर बॉयलर के इंस्टॉलेशन के साथ-साथ, लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Three M Paper Boards के बारे में
जुलाई 1989 में बनी थ्री एम पेपर बोर्ड्स हाई क्वालिटी के रिसाइकिल्ड पेपर-बेस्ड डुप्लेक्स बोर्ड्स प्रोडक्ट्स बनाती है। इनका इस्तेमाल फूड एंड बेवरेज, फार्मा, कॉस्मेटिक्स और कंज्यूमर गुड्स इंडस्ट्री में होता है। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई देश-विदेश में होती है। देश भर में इसके करीब 25 डीलर्स हैं। देश के बाहर यह 15 से अधिक देशों में सप्लाई भी करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 1.73 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 3.28 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 6.61 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 11.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 10 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 276.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।