Stock Tips: गिरते मार्केट में दांव लगाने के लिए बेस्ट हैं ये 5 स्टॉक्स, कराएंगे अच्छा मुनाफा
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे दुनिया भर में निवेशकों की दिलचस्पी इक्विटी बाजारों में घट गई है। वे अपेक्षाकृत सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार की यह गिरावट, लंबी अवधि की क्षमता के और अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों को खरीदने का सही समय है
निफ्टी50 सितंबर के मध्य के उच्च स्तर से एक हजार अंक से अधिक गिर गया है.
31 अक्टूबर को शेयर बाजारों में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली और BSE Sensex 237.72 अंक गिरकर 63,874.93 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 61.30 अंकों की गिरावट के साथ 19,079.60 पर बंद हुआ। विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव इसके पीछे मुख्य फैक्टर रहे। निफ्टी50 सितंबर के मध्य के उच्च स्तर से एक हजार अंक से अधिक गिर गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे दुनिया भर में निवेशकों की दिलचस्पी इक्विटी बाजारों में घट गई है। वे अपेक्षाकृत सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार की यह गिरावट, लंबी अवधि की क्षमता के और अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों को खरीदने का सही समय है।
Ventura Securities के विनीत बोलिंजकर ने बाजार की मौजूदा मंदी में दांव लगाने के लिए बेस्ट 5 शेयर सुझाए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
रेलिगेयर एंटरप्राइजेस (REL) ने वित्त वर्ष 2019 में एक बड़ी डेट रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस शुरू की और अपने बोर्ड को नया स्वरूप दिया। पूर्व प्रमोटर्स को हटाकर मौजूदा बोर्ड सदस्य को टॉप पोजिशन पर नियुक्त किया गया।इसके अतिरिक्त REL ने मार्च 2023 में 2,198 करोड़ रुपये की एकमुश्त राशि का निपटान किया, जिसमें एसएमई लोन देने वाली सहायक कंपनी रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के 17 में से 16 ऋणदाताओं के साथ 20 करोड़ रुपये का NCD समझौता शामिल है। यह कदम उनका कुल 6,064 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने के लिए उठाया गया था। पिछले 12 महीनों से REL स्टॉक का पीई रेशियो 2.2x है। पिछले छह महीनों में शेयर की कीमत 45.91 प्रतिशत बढ़ी है।
टेवा मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की खरीद से मार्कसंस फार्मा (एमपीएल) इंडिया की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी दोगुनी होने की उम्मीद है। यह साल में 8 अरब टैबलेट, हार्ड और सॉफ्ट जेल कैप्सूल, मलहम, लिक्विड्स और क्रीम का उत्पादन कर सकेगी। इस प्लांट से कंपनी के रेवेन्यु में Q4FY24 से योगदान की उम्मीद है। एमपीएल अगले तीन वर्षों में 34 फाइलिंग की योजना के साथ अपने प्रोडक्ट्स को बढ़ा रही है। इसके अलावा 16 फाइलिंग पहले ही की जा चुकी हैं और मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। 10 प्रोडक्ट पाइपलाइन में हैं और अगले दो वर्षों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाजारों में लॉन्च होने की उम्मीद है। स्टॉक का पीई यानी प्राइस टू अर्निंग रेशियो 17x पर है, जो उद्योग के औसत से कम है। पिछले वर्ष के दौरान एमपीएल के शेयर में 113.31 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
खुदरा विक्रेताओं की ओर से स्टॉक कम करने के बाद वेलस्पन इंडिया (WIL) को अपने प्रमुख बाजार, अमेरिका में मांग में सुधार दिख रहा है। WIL ने नए उत्पादों और मजबूत ब्रांडिंग के साथ बड़े पैमाने पर असंगठित 50,000 करोड़ रुपये के घरेलू तौलिया और बेड लिनेन बाजार का लाभ उठाने के लिए एक मजबूत B2C स्ट्रैटेजी बनाई है। अमेरिकी बाजारों में एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने और चीनी शेयरों पर एंटी-डंपिंग शुल्क लगने के बाद, फ्लोरिंग व्यवसाय में कंपनी की एंट्री को मजबूत गति मिलने की उम्मीद है। इसे कंपनी की हेल्दी डॉमेस्टिक वॉल्यूम ग्रोथ में योगदान देना चाहिए। वेलस्पन इंडिया का पीई रेशियो, उद्योग के औसत मूल्य से ऊपर 26.8 है। पिछले छह महीनों में शेयर में 67.58 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें से 11.38 प्रतिशत की वृद्धि 27 अक्टूबर को देखी गई।
JSW इंफ्रास्ट्रक्चर (JSWIL) ने हाल ही में IPO के जरिए 2,800 करोड़ रुपये जुटाए हैं। प्राप्त राशि का इस्तेमाल कुल 4,244 करोड़ रुपये के कर्ज में से 880 करोड़ रुपये चुकाने और जयगढ़ और न्यू मैंगलोर कंटेनर टर्मिनल पर 1,180 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च करने के लिए किया जा रहा है। 11 बंदरगाहों और टर्मिनलों के अपने पोर्टफोलियो के साथ JSWIL के पास महत्वपूर्ण एंकर वॉल्यूम (66 प्रतिशत से अधिक) है, जो इसकी सहयोगी कंपनियों से आ रहा है। आगे चलकर न केवल इस कैप्टिव व्यवसाय से बल्कि थर्ड पार्टी कस्टमर्स से भी वॉल्यूम बढ़ने की उम्मीद है। इसी अवधि में माल ढुलाई की मात्रा 46 प्रतिशत CAGR के साथ 41.96 मीट्रिक टन से बढ़कर 90.11 मीट्रिक टन हो गई।
सुरजागढ़ (गढ़चिरोली) लौह अयस्क (iron ore) की उत्पादन क्षमता को 3 MMTPA से बढ़ाकर 10 MMTPA करने की मंजूरी से लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी (LMEL) के लौह अयस्क उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसके अलावा, इस खदान के लिए 2057 तक 30 साल का लीज एक्सटेंशन LMEL को लौह अयस्क तक निर्बाध पहुंच प्रदान करता है। पीई रेशियो 23.5 है, जो उद्योग में सबसे अधिक है। पिछले छह महीनों में, स्टॉक में 62.94 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, लेकिन बाजार में करेक्शन को देखते हुए पिछले सप्ताह में इसमें 7.78 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इसके अलावा अगले 3 वर्षों के लिए 6,500-70,00 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च पूरी तरह से आंतरिक स्रोतों से प्राप्त किया गया है, जो मजबूत रेवेन्यु और मार्जिन विजिबिलिटी सुनिश्चित करता है। यह पूंजीगत खर्च स्पंज आयरन फैसिलिटी का विस्तार करने, एक नया पेलेट प्लांट और नया हॉट मेटल और वायर रॉड प्लांट स्थापित करने के लिए है। इसके अलावा राज्य सरकार की 12 वर्षों में 110-150 प्रतिशत पूंजीगत व्यय सब्सिडी (राज्य जीएसटी रिवर्सल के रूप में) की इंडस्ट्रियल प्रमोशन सब्सिडी (IPS), वित्त वर्ष 2027-31 में महत्वाकांक्षी 15,000 अरब रुपये के पूंजीगत व्यय के अगले दौर की फंडिंग के लिए पर्याप्त होगी।
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