फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी टोरेंट फार्मा (Torrent Pharma) की गुजरात में स्थित छत्राल यूनिट की जांच के नतीजे आ गए हैं। अमेरिकी हेल्थ रेगुलेटर USFDA ने इस प्लांट की पिछले साल 5 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच जांच की थी और इस जांच में अमेरिकी दवा नियामक ने जो भी चीजें पाई, उसके आधार पर पांच ऑब्जर्वेशंस जारी किए हैं। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने इसे फॉर्म 483 में जारी किया है और सीएनबीसी-टीवी18 के मुताबिक इसमें टोरेंट फार्मा की सेहत को लेकर निगेटिव बाते हैं।
क्या हैं ये पांच ऑब्जर्वेशंस
जिस भी गड़बड़ी को लेकर चीजें स्पष्ट नहीं हैं, उनकी पूरी तरह से समीक्षा नहीं हो पाई।
क्वालिटी यूनिट की जो जिम्मेदारियां और प्रक्रियाएं हैं, वह लिखित रूप में नहीं हैं और उनका पूरी तरह से पालन नहीं किया जाता है।
इक्विपमेंट और बर्तन साफ-सुथरे नहीं हैं।
दवाइयों के कंपोनेंट्स को बनाने से पहले तौला और मापा नहीं जाता है।
परीक्षण के तरीके कितने सटीक हैं, कितने संवेदनशील हैं, कितने विशिष्ट हैं और उनकी रीप्रोडक्टिबिलिटी कितनी है, इसे तय नहीं किया गया है।
Torrent Pharma की कैसी है सेहत
टोरेंट फार्मा के कारोबारी सेहत की बात करें तो चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2023 में इसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 23.7 फीसदी उछलकर 386 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका रेवेन्यू भी इस दौरान 16.1 फीसदी बढ़कर 2660 करोड़ रुपये पर पहुंत गया। शेयरों की बात करें तो पिछले साल 1 मार्च 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 1446.15 रुपये पर था। इसके बाद 10 महीने में यह करीब 63 फीसदी उछलकर इस साल के पहले कारोबारी दिन यानी 1 जनवरी को 2,351.65 रुपये की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। इस हाई से फिलहाल यह 1.30 फीसदी डाउनसाइड यानी 2321.10 रुपये पर है। हालांकि आज यह 1.10 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है और इंट्रा-डे में यह 2328.55 रुपये तक पहुंचा था।