Trade Setup for December 16: बीते शुक्रवार को शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल देखने को मिली है। पिछले हफ्ते BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 623.07 अंक या 0.76 फीसदी चढ़ गया। वहीं, NSE का निफ्टी 90.5 अंक या 0.36 प्रतिशत के लाभ में रहा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब अगले हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों की दिशा अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर निर्णय, थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों और FII के निवेश पर निर्भर करेगी। शुक्रवार को FII कैश मार्केट में शुद्ध खरीदार थे, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशन नेट सेलर्स थे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के SVP (रिसर्च) अजित मिश्रा का कहना है, "इस हफ्ते बाजार की निगाह अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक पर रहेगी। फेडरल रिजर्व प्रमुख नीतिगत दर में 0.25 फीसदी की कटौती करेगा, बाजार इस बात को पहले ही मानकर चल रहा है। भविष्य में नीतिगत दर को लेकर अमेरिकी केंद्रीय बैंक की टिप्पणी भी अहम होगी।"
Nifty के लिए ये लेवल होंगे अहम
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने कहा कि शुक्रवार का मार्केट एक्शन बुल्स की मजबूत वापसी का संकेत देती है और निकट भविष्य में और अधिक तेजी की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह के लिए अगला अपसाइड टारगेट 25200 है, जिसका इमिडिएट सपोर्ट 24,650 पर है।
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले ने कहा कि निफ्टी ने न केवल 50-डे सिंपल मूविंग एवरेज को फिर से हासिल किया, बल्कि डेली चार्ट पर एक रिवर्सल फॉर्मेशन भी बनाया, जो आगे की बढ़त का संकेत देता है। पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए, 24400 एक अहम जोन होगा, जिसके ऊपर बुलिश फॉर्मेशन जारी रहेगा। उन्हें अगले हफ्ते 25000-25200 के स्तर तक संभावित बढ़त दिखाई देती है।
Nifty Bank के लिए यहां है सपोर्ट-रेजिस्टेंस
निफ्टी की तरह ही निफ्टी बैंक ने भी दिन के निचले स्तरों से तेजी से रिकवरी की और 1300 अंकों की छलांग लगाकर 53500 के स्तर से ऊपर बंद हुआ। निफ्टी बैंक के लिए शुरुआती मिनटों में गिरावट देखी गई, जब यह 53000 अंक से नीचे चला गया, लेकिन इंडेक्स ने दूसरे हाफ में जल्द ही रिकवर किया और अब यह अपसाइड पर अहम लेवल के करीब वापस आ गया है। हालांकि, तेज रिकवरी के बावजूद निफ्टी बैंक सप्ताह के लिए एक अंडरपरफॉर्मर रहा, जो 0.5% से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ और इस प्रक्रिया में तीन हफ्ते की तेजी का सिलसिला टूट गया।
सैमको सिक्योरिटीज के ओम मेहरा ने कहा कि निफ्टी बैंक में ग्रीन वीकली कैंडल देखी गई है, जो नए सिरे से बुलिश मोमेंटम और निचले स्तरों पर खरीदारी की दिलचस्पी को दिखाती है। उन्होंने कहा कि 53100 और 53000 निचले स्तरों पर प्रमुख डाउनसाइड सपोर्ट जोन हैं, जबकि अगर ऊपर की ओर 54000 का लेवल पार हो जाता है, तो यह नए रिकॉर्ड हाई की ओर बढ़ सकता है।
इन शेयरों में शुक्रवार को नए लॉन्ग पोजीशन जोड़े गए, जिसका मतलब है कि कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में बढ़ोतरी हुई:
शुक्रवार को इन शेयरों में नए शॉर्ट पोजीशन देखने को मिले, जिसका मतलब है कि कीमत में गिरावट लेकिन ओपन इंटरेस्ट में वृद्धि:
शुक्रवार को इनमें शॉर्ट कवरिंग देखी गई, जिसका अर्थ है कि कीमत में वृद्धि लेकिन ओपन इंटरेस्ट में गिरावट:
शुक्रवार को इन शेयरों में लॉन्ग पोजीशन की समाप्ति देखी गई, जिसका अर्थ है कि कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में गिरावट आई:
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