ट्रेड स्पॉटलाइट : इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन, एफ़ल इंडिया और कोल इंडिया में अब क्या करें?
Trade Spotlight : कल के कारोबारी सत्र में भारतीय रेलवे वित्त निगम, एफ़ल इंडिया और कोल इंडिया में जोरदार एक्शन देखने को मिला था। पिछले कारोबारी सत्र में हॉरीजेंटल रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन के ब्रेकआउट के बाद भारतीय रेलवे वित्त निगम ने अपनी तेजी जारी रखी। ये स्टॉक 6 फीसदी बढ़कर 40.50 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुआ
Trade Spotlight : कल के कारोबार में बैंक निफ्टी भी लगभग 60 अंक गिरकर 45593 पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी आईटी ने बेहतर प्रदर्शन किया और सभी सेक्टोरल इंडेक्सों में स्टार प्रदर्शनकर्ता रहा। ये इंडेक्स कल 360 अंक या 1.2 फीसदी बढ़कर 30289 पर बंद हुआ था
Trade Spotlight : हमने इक्विटी बाजार में कंसोलीडेशन और रेंजबाउंड कारोबार देखने को मिल रहा है। जिसके चलते 1 अगस्त को बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार जानकारों का मानना है कि आने वाले कारोबारी सत्रों में भी यह कंसोलीडेशन जारी रहेगा। हालांकि अगर निफ्टी 19887 का स्तर पार करने में कामयाब रहता है तो ये तेजी बढ़ सकती है। वहीं, निफ्टी के 19500 के नीचे जाने पर गिरावट बढ़ सकती है। 1 अगस्त को बीएसई सेंसेक्स लगभग 70 अंक गिरकर 66459 पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 20 अंक गिरकर 19734 पर बंद हुआ था। कल के कारोबार में निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया था।
इस कमजोरी के बावजूद कल के कारोबार में मार्केट ब्रेड्थ पॉजिटिव रही थी। तीन बढ़ने वालों पर 2 गिरने वाले शेयर देखने को मिले थे। इसके चलते छोटे-मझोले शेयरों के इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए थे। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में क्रमशः 0.03 फीसदी और 0.7 फीसदी की बढ़त हुई थी।
कल के कारोबार में बैंक निफ्टी भी लगभग 60 अंक गिरकर 45,593 पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी आईटी ने बेहतर प्रदर्शन किया और सभी सेक्टोरल इंडेक्सों में स्टार प्रदर्शनकर्ता रहा। ये इंडेक्स कल 360 अंक या 1.2 फीसदी बढ़कर 30289 पर बंद हुआ था।
कल के कारोबारी सत्र में भारतीय रेलवे वित्त निगम, एफ़ल इंडिया और कोल इंडिया में जोरदार एक्शन देखने को मिला था। पिछले कारोबारी सत्र में हॉरीजेंटल रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन के ब्रेकआउट के बाद भारतीय रेलवे वित्त निगम ने अपनी तेजी जारी रखी। ये स्टॉक 6 फीसदी बढ़कर 40.50 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही इसमें काफी अच्छा वॉल्यूम भी देखने को मिला।
एफ़ल इंडिया भी 6 फीसदी बढ़कर 1,139 रुपये पर पहुंच गया और डाउनवर्ड रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन के टूटने के बाद वॉल्यूम में कई गुना उछाल के साथ दैनिक चार्ट पर एक लंबी तेजी वाला कैंडलस्टिक पैटर्न बनाता दिख। स्टॉक अपने सभी प्रमुख मूविंग एवरेज (21, 50 और 200-दिवसीय ईएमए - एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर कारोबार करता दिखा।
कोल इंडिया ने भी कल डाउनवर्ड रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन से ब्रेकआउट देखने को मिला है। डेली स्केल पर इसने एक मजबूत तेजी कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है, जबकि इसके वॉल्यूम में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में मजबूी देखने को मिली। शेयर करीब 5 फीसदी उछलकर 240 रुपये पर पहुंच गया।
आइए देखते हैं अब इन स्टॉक्स पर क्या है आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के विराज व्यास की ट्रेंडिंग रणनीति
जनवरी 2022 से इस स्टॉक हायर हाई हायर लो बनाते हुए तेजी का रुझान दिखा रहा है। हालांकि, नवंबर 2022 से इसमें प्राइस और टाइम दोनों करेक्शन देखने को मिला है। इसके बावजूद, स्टॉक में मजबूत वॉल्यूम के साथ हाल में उछाल आया है। इसके चलते ये महीने को उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
वर्तमान में, स्टॉक को 242 रुपये के स्तर पर स्थित डाउनवर्ड स्लोपिंग ट्रेंडलाइन से तत्काल प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक बार जब यह इस प्रतिरोध को सफलतापूर्वक पार कर जाएगा तो इस स्टॉक में और तेजी आती दिख सकती है। यह ब्रेकआउट स्टॉक में और तेजी ला सकता है और स्टॉक में ट्रेडरों और निवेशकों के लिए नए मौके बनते दिख सकते हैं। ऐसे में निवेशकों को स्टॉक के प्राइस एक्शन और वैल्यूम पैटर्न पर नजर बनाए रखनी चाहिए। रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन से बाहर आते ही स्टॉक में नई तेजी आ सकती है।
इस कंपनी ने 2021 में बाज़ार में अपनी शुरुआत की। स्टॉक ने अब तक निवेशकों और ट्रेडरों दोनों को काफी अच्छा रिटर्न दिया है। हालांकि, नवंबर 2022 के बाद से स्टॉक और तेजी आई है। जिससे स्टॉक थोड़े ही समय में 24 रुपये से 37 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। उछाल के बाद स्टॉक में 36 रुपये के स्तर पर रजिस्टेंस के साथ प्राइस और टाइम करेक्शन देखने को मिला। हाल ही में ये स्टॉक मजबूत वॉल्यूम के बल पर इस रजिस्टेंस को तोड़ने में कामयाब रहा और ऊपर की तेजी जारी रखी है।
तकनीकी नजरिए से देखें तो स्टॉक का प्राइस एक्शन कप और हैंडल पैटर्न जैसा दिखता है। इसे एक तेजी का संकेत माना जाता है। यह पैटर्न 47-49 रुपये तक की संभावित तेजी का संकेत दे रहा है। स्टॉक के लिए 38 रुपये का स्तर ट्रेंडर डिसाइडर लेवल है। अगर स्टॉक इस लेवल के ऊपर टिके रहने में कामयाब रहता है तो इसमें और तेजी आ सकती है। इस लेवल से नीचे फिसलने पर स्टॉक में और कमजोरी आ सकती है।
यह आईटी सेक्टर का स्टॉक है। स्टॉक हाल में चुनौतीपूर्ण समय का सामना कर रहा है। जनवरी 2022 के बाद से, स्टॉक लोअर हाई और लोअर लो की सीरीज बना रहा है। हालांकि, दिसंबर में, इसमें 900 रुपये के स्तर के आसपास कुछ स्थिरता देखी गई और यह तब से कंसेलीडेट हो रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इस कंसोलीडेशन ने "इनवर्स हेड एंड शोल्डर" पैटर्न का आकार ले लिया है, तेजी वाला रिवर्सल पैटर्न माना जाता है। स्टॉक इस पैटर्न से सफलतापूर्वक बाहर निकला है जो इसमें और तेजी आने का संकेत है। अगर स्टॉक 1130 रुपये के स्तर से ऊपर टिका रहता है तो फिर इसमें और तेजी आएगी।
हालांकि, ये ध्यान में रखें कि इस तरह के पैटर्न में पुलबैक की संभावना रहती है। ऐसे में निवेशकों को इस स्टॉक को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। इस पैटर्न के मुताबित स्टॉक का टारगेट प्राइस 1360-1400 रुपये है रुपए पर दिख रहा है। वहीं, नीचे की तरफ इसके लिए 1110 रुपए पर सपोर्ट दिख रहा है। आईटी सेक्टर की वर्तमान वोलेटाइल स्थिति को देखते हुए, निवेशकों को सावधानी बरतने और स्टॉक के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखने की सलाह दी जाती है।
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