Vedanta News: दिग्गज माइनिंग कंपनी वेदांता पर ब्रोकरेज का भरोसा बना हुआ है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इसके ओडिशा के झारसुगुडा में एलुमिनियम और राजस्थान के दरीबा में जिंक के माइन और स्मेल्टर का दौरा किया। इसके बाद ब्रोकरेज फर्म ने इसे फिर से खरीदारी की रेटिंग दी। सिर्फ यही नहीं, ब्रोकरेज ने इसका टारगेट प्राइस भी 20 फीसदी बढ़ा दिया है। खास बात ये है कि अभी पिछला टारगेट प्राइस भी शेयरों ने छुआ नहीं है। फिलहाल BSE पर यह 447.10 रुपये के भाव (Vedanta Share Price) पर है। इस साल यह करीब 75 फीसदी मजबूत हुआ है।
Vedanta का क्या है टारगेट प्राइस?
नुवामा ने वेदांता में निवेश के लिए टारगेट प्राइस 644 रुपये कर दिया है। पहले इसमें निवेश का टारगेट प्राइस 542 रुपये था और पिछले महीने 22 मई 2024 को यह 506.85 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। पिछले साल 28 सितंबर 2023 को यह एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर 207.85 रुपये पर था।
वेदांता पर ब्रोकरेज क्यों है पॉजिटिव?
लागत में कटौती और एलुमिनियन-जिंक की वॉल्यूम ग्रोथ के साथ-साथ कारोबार के डीमर्जर के चलते ब्रोकरेज का वेदांता पर पॉजिटिव रुझान बना हुआ है। नुवामा का कहना है कि वेदांता को लेंडर्स की मंजूरी मिलने वाली है और इसका प्रोसेस अंतिम चरण में है, जिससे इसकी वर्टिकल डीमर्जर प्रक्रिया में आसानी होगी। वित्त वर्ष 2025 के अंत तक डीमर्जर पूरा होने की उम्मीद है। डीमर्जर के बाद वेदांता का मौजूदा कारोबार छह स्वतंत्र प्योर-प्ले कंपनियों में अलग हो जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, SBI ने वेदांता के प्रस्तावित डीमर्जर को अपनी सहमति दे दी है। वेदांता ने पिछले साल अपने छह मुख्य कारोबारों को अलग करने की योजना का ऐलान किया था। डीमर्जर से एल्युमीनियम, तेल और गैस, बिजली, स्टील और लौह सामग्री और बेस मेटल कारोबार के लिए स्वतंत्र कंपनियां बनेंगी, जबकि जिंक और न्यू इनक्यूबेटेड बिजनेसेज वेदांता के अधीन रहेंगे। योजना के तहत डीमर्जर प्लान के तहत वेदांता के शेयरहोल्डर्स को एक शेयर पर पांच नई कंपनियों के एक-एक शेयर मिलेंगे। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने EBITDA अनुमान को 5 फीसदी और वित्त वर्ष 2026 के लिए 6 फीसदी बढ़ा दिया है।
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