Vedanta Shares: वेदांता के शेयरों में बुधवार 20 अगस्त को 2 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट ऐसे समय में आया है जब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने कंपनी की प्रस्तावित डिमर्जर योजना पर सुनवाई टाल दी है। सरकार ने NCLT में इस प्रस्तावित डीमर्जर योजना को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज कराईं थी और आशंका जताई कि डिमर्जर के बाद सरकार के बकाये वसूलने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। इसी के बाद NCLT ने सुनवाई टाली है।
सरकार ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि वेदांता ने डिमर्जर से जुड़ी कई अहम जानकारियों को छिपाया और खुलासा नहीं किया। सरकार की ओर से कहा गया कि कंपनी ने अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया और कुछ देनदारियों को छिपाया। साथ ही यह भी आरोप लगाया गया कि वेदांता ने सेबी और स्टॉक एक्सचेंज से "नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट" (NOC) लेने के बाद अपनी योजना में बदलाव किया है।
SEBI ने भी इसकी पुष्टि की है कि वेदांता ने उससे NOC मिलने के बाद अपनी डिमर्जर स्कीम में बदलाव किया है और उसने इसे "गंभीर उल्लंघन" करार दिया है। मार्केट रेगुलेटर ने कंपनी को प्रशासनिक चेतावनी जारी की और कहा कि ऐसे संशोधनों की जानकारी कंपनी के बोर्ड के ध्यान में लाया जाना चाहिए था।
इन आपत्तियों को देखते हुए NCLT ने मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर तक टाल दी है।
क्या है वेदांता की मर्जर योजना?
वेदांता ने पहली बार अपनी डिमर्जर योजना सितंबर 2023 में पेश की थी। इसके तहत कंपनी के कारोबार को चार अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में बांटने का प्रस्ताव रखा गया। इसमें एल्युमिनियम, ऑयल एंड गैस, पावर और बेस मेटल्स शामिल हैं।
कंपनी का कहना है कि इस रिस्ट्रक्चरिंग से उसकी ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ेगी, इनका मैनेजमेंट आसान होगा और शेयरधारकों के लिए वैल्यू बनाने में भी मदद मिलेगी। वेदांता ने बाद में डीमर्जर को पूरा करने की समय सीमा मार्च 2025 से बढ़ाकर 30 सितंबर कर दी थी। कंपनी ने कहा कि NCLT और कई दूसरे नियामकीय संस्थाओं से मंजूरी मिलने में देरी के चलते यह समयसीमा बढ़ाई गई है।
वेदांता ने यह भी कहा है कि प्रस्तावित डिमर्जर से उसे तेजी से फैसले लेने, बेहतर फोकस और भारत की आर्थिक ग्रोथ और एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में तालमेल बैठाने में मदद मिलेगी।
फिर से डिविडेंड बांटने की तैयारी
इस बीच, कंपनी ने अलग से यह भी घोषणा की है कि उसका बोर्ड 21 अगस्त को बैठक करेगा, जिसमें वित्त वर्ष 2025-26 के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड मंजूर किया जाएगा। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 27 अगस्त तय की गई है।
दोपहर 12.57 बजे के करीब, वेदांता के शेयर 2.29 फीसदी की गिरावट के साथ 440.25 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। साल 2025 में अब तक कंपनी के शेयरों का प्रदर्शन लगभग सपाट रहा।
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