Get App

Vijaya Diagnostic Shares: उम्मीद से कमजोर नतीजे, फिर भी ब्रोकरेज बुलिश, इस भाव तक जाएगा शेयर

Vijaya Diagnostic Shares: विजया डाइग्नोस्टिक के लिए मार्च तिमाही उम्मीद से कमजोर रही। इसके बावजूद घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। जानिए कि विजया डाइग्नोस्टिक के लिए मार्च तिमाही कैसी रही और एमके ग्लोबल उम्मीद से कमजोर नतीजे के बावजूद बुलिश रुझान क्यों अपनाए हुए है और निवेश के लिए टारगेट प्राइस क्या है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 17, 2025 पर 10:39 AM
Vijaya Diagnostic Shares: उम्मीद से कमजोर नतीजे, फिर भी ब्रोकरेज बुलिश, इस भाव तक जाएगा शेयर
Vijaya Diagnostic Shares: विजया डाइग्नोस्टिक की मार्च तिमाही के कारोबारी नतीजे घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) की उम्मीद से कमजोर रही। हालांकि ब्रोकरेज ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है।

Vijaya Diagnostic Shares: विजया डाइग्नोस्टिक की मार्च तिमाही के कारोबारी नतीजे घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) की उम्मीद से कमजोर रही। हालांकि ब्रोकरेज ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। इसमें निवेश के लिए टारगेट प्राइस मौजूदा लेवल से 26 फीसदी से अधिक अपसाइड है। फिलहाल बीएसई पर यह 908.95 रुपये के भाव पर है जो 16 मई का क्लोजिंग प्राइस है। कारोबारी सेहत की बात करें तो ब्लड टेस्ट करने वाली विजया डाइग्नोस्टिक का मार्च 2025 तिमाही में शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 8.55 फीसदी उछलकर 33.13 करोड़ रुपये और ऑपरेशनल रेवेन्यू 13.33 फीसदी उछलकर 159.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने हर शेयर पर 2 रुपये के फाइनल डिविडेंड का भी ऐलान किया है।

Vijaya Diagnostic में निवेश के लिए क्या है टारगेट प्राइस?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) के मुताबिक विजया डाइग्नोस्टिक सेंटर की सेल्स और ऑपरेटिंग प्रॉफिट उसकी उम्मीद से कमजोर रही। दक्षिण भारत में त्यौहारी सीजन, पुणे के सेंटर्स पर कैपेसिटी से जुड़ी दिक्कतो और ग्रास मार्जिन में गिरावट के चलते ही कंपनी को यह झटका लगा। हालांकि ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि नई जगहों पर समय पर नए हब खुल जाना और मैनेजमेंट के वित्त वर्ष 2025-28 के बीच सालाना 15 फीसदी की रफ्तार से सेल्स ग्रोथ (CAGR) के अनुमान से 2-3 साल का आउटलुक बेहतर दिख रहा है।

ब्रोकरेज के मुताबिक दो साल तक मार्जिन लगभग फ्लैट रह सकता है क्योंकि वित्त वर्ष 2026 में जो नए हब्स खुलेंगे, उससे शुरुआती नुकसान की भरपाई ऑपरेटिंग लीवरेज से होगी। हालांकि मार्च तिमाही के उम्मीद से कमजोर नतीजे के चलते ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2027 के सेल्स के अनुमान में 2 फीसदी और ऑपरेटिंग प्रॉफिट के अनुमान में 4 फीसदी की कटौती की है। इसके बावजूद 18 फीसदी की सालाना सेल्स ग्रोथ, मजबूत बैलेंस शीट और कैश-फ्लो जेनेरेशन से वैल्यूएशन बेहतर दिख रहा है। ऐसे में ब्रोकरेज फर्म ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस 1,150 रुपये पर फिक्स किया है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें