Moody's cuts down US credit rating: अमेरिकी सरकार लगातार बढ़ते कर्ज को थामने में फेल हो जा रही हैं और अब इसका झटका क्रेडिट रेटिंग पर दिखने लगा है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अमेरिकी सरकार की टॉप क्रेडिट रेटिंग को घटा दिया है। मूडीज ने रेटिंग को गोल्ड-स्टैंडर्ड Aaa से घटाकर Aa1 कर दिया है। हालांकि मूडीज का यह भी कहना है कि अमेरिका की क्रेडिट ताकत अब भी असाधारण बनी हुई है जैसे कि इसकी अर्थव्यवस्था का आकार, लचीलापन और आगे बढ़ने की रफ्तार और अमेरिकी डॉलर का वैश्विक रिजर्व मुद्रा के रूप में स्थान।
तीसरी रेटिंग एजेंसी ने घटाई अमेरिका की रेटिंग
मूडीज ने अमेरिकी की क्रेडिट रेटिंग में कटौती की है। हालांकि ऐसा करने वाली यह पहली रेटिंग एजेंसी नहीं हैं। इससे पहले दो और रेटिंग एजेंसियों ने अमेरिकी सरकार की क्रेडिट में कटौती की है। इससे पहले वर्ष 2011 में स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (S&P) ने और फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने वर्ष 2023 में ऐसा किया था।
क्या है अमेरिका की दिक्कत?
मूडीज ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2035 तक अमेरिका का बजट घाटा करीब 9 फीसदी तक पहुंच जाएगा जोकि वर्ष 2024 में 6.4 फीसदी पर था। इसकी मुख्य वजह कर्जों पर बढ़ता ब्याज, सामाजिक कल्याण योजनाओं में बढ़ोतरी, और खर्चों के मुकाबले रेवेन्यू का कलेक्शन कम होना है। मूडीज का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वर्ष 2017 में शुरू की गई टैक्स कटौती को आगे बढ़ाया गया तो तो अगले 10 वर्षों में केंद्रीय घाटे में 4 लाख करोड़ डॉलर (ब्याज पेमेंट को छोड़कर) और बढ़ जाएगा। टैक्स कटौती को आगे बढ़ाना रिपब्लिकन सरकार की प्राथमिकता में है। रिपब्लिकन टैक्स कटौती के विरोध में है और डेमोक्रेट्स खर्चों में कटौती के लिए नहीं तैयार हैं। ऐसे में मूडीज का मानना है कि राजनीतिक व्यवस्था में सहमति नहीं बनने के चलते अमेरिका के भारी बजट घाटे की समस्या को सुलझाया नहीं दा सकता है।