Vilas Transcore IPO Listing: ट्रांसफॉर्मर्स के पार्ट्स बनाने वाली विलास ट्रांस्कोर (Vilas Transcore) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 204 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 147 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 215 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 46.26 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Vilas Transcore Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 225.75 रुपये (Vilas Transcore Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गए और इसी पर बंद भी हुए यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 53.57 फीसदी मुनाफे में हैं।
Vilas Transcore IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
विलास ट्रांस्कोर का ₹95.26 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27-29 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 204.77 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 114.64 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 449.21 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 151.42 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 64.80 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी निवेश और अधिग्रहण, फैक्ट्री की बिल्डिंग बनाने, प्लांट और मशीनरी की खरीदारी, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
Vilas Transcore के बारे में
वर्ष 2006 में बनी विलास ट्रांस्कोर पावर और डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफॉर्मर्स में इस्तेमाल होने वाले सीआरजीओ कोर और क्वॉल बनाकर दुनिया भर में सप्लाई करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 5.23 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 17.91 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 20.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 45 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 284.78 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 16.79 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 238.30 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।