Vishal Mega Mart IPO Listing: देश के लगभग हर राज्य और यूनियन टेरिटरीज में फैले हाइपरमार्केट चेन विशाल मेगा मार्ट (Vishal Mega Mart) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में 41% प्रीमियम पर एंट्री हुई लेकिन फिर मुनाफावसूली का दबाव दिखा। इसके आईपीओ को ओवरऑल 28 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 78 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 110.00 रुपये और NSE पर 104.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 34 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Vishal Mega Mart Listing Gain) मिला। हालांकि फिर मुनाफावसूली के चलते टूटकर BSE पर यह 104.92 रुपये पर आ गया।
इसके बाद फिर रिकवरी हुई और उछलकर यह 115.60 रुपये पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 111.95 रुपये (Vishal Mega Mart Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 43.53% फीसदी मुनाफे में हैं।
Vishal Mega Mart IPO को धीरे-धीरे मिला अच्छा रिस्पांस
विशाल मेगा मार्ट के ₹8,000.00 करोड़ के आईपीओ में निवेशकों ने ₹74-₹78 के प्राइस बैंड और 190 शेयरों के लॉट में पैसे लगाए। इस इश्यू को धीरे-धीरे अच्छा रिस्पांस मिला। पहले दिन तो यह इश्यू आधा ही भर पाया था लेकिन दूसरे दिन डेढ़ गुना से अधिर भरा तो आखिरी दिन 28 गुना से अधिक भर गया। पहले दिन सिर्फ खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा ही पूरा नहीं भर पाया था। ओवरऑल यह 28.75 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 85.11 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 15.01 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.43 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ यानी कि कंपनी को कोई पैसा नहीं मिला है। इश्यू के ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,02,56,41,025 शेयरों की बिक्री हुई है।
Vishal Mega Mart के बारे में
वर्ष 2001 में बनी विशाल मेगा मार्ट हाइपरमार्केट चेन है जिसमें कपड़े, ग्रॉसरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और आम जरूरतों के चीजों की बिक्री होती है। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक देश भर में इसके नेटवर्क में 645 स्टोर्स हैं और इनका टारगेट कंज्यूमर मिडिल और लोअर मिडिल इनकम ग्रुप से है। इसकी मौजूदगी देश के 28 राज्यों और 2 यूनियन टेरिटरीज के 414 शहरों में है। इसका कारोबार एसेट-लाइट मॉडल पर चल रहा है जिसके तहत इसके सभी डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और स्टोर्स लीज पर हैं तो प्रोडक्ट्स थर्ड पार्टी वेंडर्स या थर्ड पार्टी ब्रांड्स से जुटाया जाता है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 202.77 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 321.27 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2024 में 461.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 25 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 8,945.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 254.14 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 5,053.42 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।