वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका फाइल की है। इसमें रिवाइज्ड एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के कैलकुलेश को चैलेंज किया गया है। कंपनी ने याचिका में वित्त वर्ष 2016-17 तक के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (डीओटी) के अतिरिक्त टैक्स डिमांड पर भी रोक लगाने की मांग की है। इस मामले से जुड़े लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। बताया जाता है कि अगले कुछ हफ्तों में सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है।
सुप्रीम कोर्ट से नई टैक्स डिमांड रद्द करने का अनुरोध
Vodafone Idea ने DoT की नई टैक्स डिमांड को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से आदेश जारी करने का अनुरोध किया है। वोडाफोन आइडिया की दलील है कि DoT की नई टैक्स डिमांड एजीआर पर सुप्रीम कोर्ट के पहले आए फैसले के दायरे से बाहर है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने हाल में FY17 तक की अतिरिक्त एजीआर डिमांड भेजी है। उसने FY19 तक के आइडिया सेलुलर ग्रुप और वोडाफोन आइडिया के लिए बकाया लाइसेंस फीस में भी संशोधन किया है।
कंपनी ने कुछ अमाउंट दो बार जोड़े जाने का दावा किया
संसोधित लाइसेंस फीस एजीआर पेमेंट्स पर सरकार के मोरेटोरियम के तहत है, जो 31 मार्च, 2026 को खत्म हो रहा है। उसके बाद वोडाफोन आइडिया को किस्तों का भुगतान शुरू कर देना होगा। नए एसेसेटमेंट के बाद, DoT ने FY18-19 के लिए अतिरिक्त 2,774 करोड़ रुपये की डिमांड की है। इस कैलकुलेशन को वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया है। कंपनी का यह भी दावा है कि कुछ अमाउंट को दो बार जोड़ा गया है और इसका रिकॉन्सिलेशन जरूरी है।
पहले DoT ने 5,960 करोड़ की डिमांड भेजा था
वोडाफोन आइडिया ने अपनी याचिका में FY17 से पहले के पीरियड से बकाया अमाउंट के दोबारा कैलकुलेशन की मांग की है। इस बारे में संपर्क करने पर वोडाफोन आइडिया के प्रतिनिधियों ने कुछ बताने से इनकार कर दिए। पहले DoT ने वोडाफोन आइडिया से 5,960 करोड़ रुपये की डिमांड की थी। ध्यान देने वाली बात है कि वोडाफोन आइडिया की वित्तीय स्थिति काफी खस्ती है। कंपनी ने कहा है कि डीओटी की नई डिमांड से उस पर वित्तीय बोझ और बढ़ जाएगा। कंपनी पहले से ही 4जी कवरेज और 5जी सेवाओं का दायरा बढ़ाने के लिए पैसे जुटाने के लिए संघर्ष कर रही है।
वोडाफोन पर सरकार का 2 लाख करोड़ रुपये बकाया
वोडाफोन आइडिया का एक तरफ घाटा बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ इस पर सरकार का बकाया पैसा बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसमें एजीआर की देनदारी और स्पेक्ट्रम का टाला गया पेमेंट शामिल है। कंपनी के ग्राहकों की संख्या लगातार कम हो रही है। वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम सेक्टर की टॉप 2 कंपनियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से लगातार पिछड़ती जा रही है। वोडाफोन आइडिया का शेयर 9 सितंबर को 0.41 फीसदी गिरकर 7.26 रुपये पर बंद हुआ।