Waaree Energies IPO Listing: सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी वारी एनर्जीज के आईपीओ की लिस्टिंग ने निवेशकों को मालामाल कर दिया। करीब 70 फीसदी प्रीमियम पर शेयरों की एंट्री हुई। हालांकि फिर मुनाफावसूली के दबाव में यह फिसल गया। इसके आईपीओ के तहत शेयर 1503 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹2550.00 और NSE पर ₹2500.00 पर एंट्री हुई है। धांसू एंट्री के बाद 2600.00 रुपये तक पहुंचा और फिर यह टूटकर BSE पर 2294.55 रुपये के भाव (Waaree Energies Share Price) तक आ गया। निचले स्तर पर खरीदारी से यह रिकवर होकर दिन के आखिरी में 2336.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 55.48 फीसदी के मुनाफे में हैं।
Waaree Energies IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
वारी एनर्जीज का ₹4,321.44 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21-23 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 79.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 215.03 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 65.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 11.27 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 5.45 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 3,600.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 48 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी सोलर सेल और ओडिशा में सोलर पीवी मॉड्यूल मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी, सोलर सेल और 6 गीगावॉट का इनगॉट वेफर बनाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Waaree Energies के बारे में
दिसंबर 1990 में बनी बनी वारी एनर्जीज सोलर पीवी मॉड्यूल्स बनाती है और इसे बनाने वाली यह देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इसकी एग्रीगेट इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 12 गीगावॉट है। इसके क्लाइंट्स भारत के बाहर भी हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 79.65 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 500.28 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 1,274.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 982 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 11,632.76 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 401.13 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 3,496.41 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।