US Stock Markets: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो टैरिफ वार शुरू किया है, उसकी सबसे अधिक मार अमेरिकी शेयर बाजार पर ही पड़ती दिख रही है। वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में शुक्रवार 4 अप्रैल को लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट आई। यह गिरावट चीन की ओर से अमेरिका पर 34% का जवाबी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद आया। चीन ने सभी अमेरिकी वस्तुओं पर यह टैरिफ लगाया है, जो 10 अप्रैल से लागू होगा। चीन के इस कदम से ग्लोबल ट्रेड वार बढ़ने और ग्लोबल मंदी आने की आशंका तेज हो गई है।
चीन ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलानों के बाद उठाया है। ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आने के बाद चीनी वस्तुओं पर 20 फीसदी का टैरिफ लगा दिया था। ट्रंप ने अगले हफ्ते से इस टैरिफ की दर को बढ़ाकर 54% तक करने का ऐलान किया है।
अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट
यह आंकड़े अमेरिकी बाजारों के कमजोर ओपनिंग का संकेत दे रहे हैं। अमेरिका शेयर बाजार भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे खुलते हैं।
CFRA रिसर्च के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट सैम स्टोवल ने रॉयटर्स से कहा, "टैरिफ की घोषणा अधिकरत निवेशकों की उम्मीद से ज्यादा है। इससे निवेशकों को अब इस बात की चिंता हो रही है कि आखिर इस रेसिप्रोकल टैरिफ का मामला कहां तक खिंचेगा। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी री, तो ग्लोबल इकोनॉमी और अर्निंग्स ग्रोथ दोनों कमजोर हो सकती है।"
यूरोपीय यूनियन पर अमेरिका ने 20 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है और उसने इस पर जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। वहीं रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ कोरिया, मैक्सिको, भारत सहित कुछ अन्य देश फिलहाल 9 अप्रैल को नए टैरिफ लागू होने से पहले बातचीत के जरिए इस मुद्दे को हल करने की उम्मीद कर रहे हैं।
गुरुवार को वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट दर्ज
इससे पहले गुरुवार 3 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजार में 2020 के बाद की सबसे तेज गिरावट देखने को मिली थी। S&P 500 इंडेक्स 4.84% या 274.45 अंक गिरकर 5,396.52 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 5.97% या 1,050.44 अंक गिरकर 16,550.60 पर आ गया। वहीं डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 3.98% या 1,679.39 अंक गिरकर 40,545.93 पर बंद हुआ। जबकि स्मॉल-कैप रसेल 2000 इंडेक्स 6.59% गिरकर 1,910.55 पर पहुंच गया।
ग्लोबल बाजारों में भी दबाव
अमेरिकी टैरिफ का असर यूरोप और एशियाई बाजारों में भी देखने को मिली। यूरोप में तीन साल की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखी गई। स्टॉक्स यूरोप 600 इंडेक्स में 2% से अधिक की गिरावट आई। जर्मनी का DAX 2.39% टूटा। फ्रांस का CAC 40 इंडेक्स 2% गिरा और यूके का FTSE 100 लगभग 3 प्रतिशत गिर गया।
एशियाई बाजार भी दबाव में थे। जापान का निक्केई इंडेक्स लगभग 3 प्रतिशत गिरा, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI लगभग 1 प्रतिशत गिरा। शंघाई, ताइवान, हांगकांग और इंडोनेशिया के बाजार छुट्टियों के कारण बंद रहे।
भारतीय शेयर बाजार भी गिरावट में
बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार 4 अप्रैल को 930.67 अंक या 1.22% गिरकर 75,364.69 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 345.65 अंक या 1.49 फीसदी गिरकर 22,904.45 पर बंद हुआ।
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