ज्वैलरी, चश्मे और घड़ियां बेचने वाली दिग्गज कंपनी टाइटन (Titan) अपनी सब्सिडियरी कैरेटलेन (CaratLane) में अपनी हिस्सेदारी और बढ़ाने वाली है। इसे लेकर टाइटन के शेयरों की खरीदारी बढ़ गई और आज इंट्रा-डे में इसके भाव करीब 1 फीसदी उछल गए। कैरटलेन में पहले ही इसकी हिस्सेदारी 71.09 फीसदी थी और अब यह अपनी हिस्सेदारी को 98.28 फीसदी तक ले जाएगी। इसे लेकर शेयर पर्चेज एग्रीमेंट भी हो चुका है। इस खरीदारी को लेकर ब्रोकरेज भी काफी उत्साहित हैं और पैसे लगाने की सलाह दी है। अब आज शेयरों के चाल की बात करें तो इंट्रा-डे में यह 1.05 फीसदी उछलकर 3081.20 रुपये पर पहुंच गया था। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी सुस्ती आई और दिन के आखिरी में 0.95 फीसदी की तेजी के साथ 3078 रुपये (Titan Share Price) पर बंद हुए।
Titan ने क्या किया है सौदा
कैरटलेन एक अनलिस्टेड कंपनी है। टाइटन ने इसकी 27.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया है। टाइटन यह हिस्सेदारी कैरटलेन के फाउंडर और फैमिली मेंबर्स से खरीदेगी। 19 अगस्त को एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने जो जानकारी दी थी, उसके मुताबिक सौदे के तहत टाइटन 4621 करोड़ रुपये 91,90,327 शेयर खरीदेगी। सौदे की वैल्यू के हिसाब से कैरटलेन की वैल्यू करीब 17 हजार करोड़ रुपये बैठ रही है।
सौदे को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान
ब्रोकरेज फर्म मैक्वॉयरी ने इसे 3400 रुपये के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है। आकर्षक वैल्यूएशन और मैनेजमेंट टीम के अहम सदस्यों के बने रहने के चलते ब्रोकरेज इसे लेकर पॉजिटिव है। हालांकि मैक्वॉयरी ने ब्याज पर अधिक खर्च के चलते वित्त वर्ष 2024 के इसके स्टैंडएलोन ईपीएस के अनुमान में 2 फीसदी, वित्त वर्ष 2025 के अनुमान में 4 फीसदी और वित्त वर्ष 2026 के अनुमान में 3 फीसदी की कटौती की है। ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी के मुताबिक टाइटन के मालिकाना हक में कैरटलेन का वैल्यूएशन करीब 30 गुना बढ़ गया। कैरटलेन वित्त वर्ष 2021 में मुनाफे में आई थी। ब्रोकरेज ने इसे 3580 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है।
ब्रोकरेज जेपी मॉर्गन का कहना है कि कैरटलेन का कारोबार हाई-ग्रोथ वाला है और इसमें हेल्दी रेवेन्यू और मार्जिन सुनिश्चित करने की संभावनएं हैं। हालांकि ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि टाइटन और कैरटलेन की डील के चलते शॉर्ट टर्म में ईपीएस पर दबाव पड़ेगा। हालांकि इसके बावजूद ब्रोकरेज ने टाइटन को 3260 रुपये के टारगेट प्राइस पर ओवरवेट रेटिंग दी है। एक और ब्रोकरेज सीएलएसए का मानना है कि इस डील से कमाई पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। हालांकि इसके बावजूद ब्रोकरेज ने 3270 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसे आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
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