दिग्गज कार कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra and Mahindra- M&M) के शेयरों में आज मजबूत मार्केट सेंटिमेंट में भी गिरावट का रुझान है। कंपनी ने ऐलान किया है कि वह अपनी कुछ XUV कारों की जांच करेगी। कंपनी ने 18 अगस्त को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी थी। इसके चलते निवेशक इसके शेयर धड़ाधड़ बेचने लगे और भाव पर दबाव बना। इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 1.35 फीसदी फिसलकर 1531.35 रुपये पर आ गया था। दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 0.87 फीसदी की गिरावट के साथ 1538.70 रुपये के भाव (M&M Share Price) पर बंद हुआ है। अब कारों के जांच की बात करें तो इस फैसले का असर 1 लाख से अधिक कारों पर पड़ेगा।
1.08 लाख कारों की होगी जांच
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि XUV700 की 1,08,306 यूनिट्स के इंजन में वायरिंग लूम राउटिंग की जांच होगी। ये वे कारें हैं जो 8 जून 2021 से 28 जून 2023 के बीच बनी हैं। इसमें जिस खामी की बात हो रही है, उससे वायरिंग लूम के कटने का रिस्क है। इसके अलावा XUV400 की 3560 यूनिट्स की भी जांच होगी जो 16 फरवरी 2023 से 5 जून 2023 के बीच बनी हैं। इसमें ब्रेक पोटेंशनमीटर के स्प्रिंग रिटर्न एक्शन की जांच होगी।
जांच में खामी निकली तो क्या होगा और कितना देना होगा खर्च
कंपनी की तरफ से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक इन कारों में अगर कोई खामी पाई जाती है, तो उसे ठीक किया जाएगा। हालांकि इसके लिए ग्राहकों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा और इसके लिए कंपनी सभी ग्राहकों से इंडिविजुअल संपर्क करेगी। बता दें कि कंपनी जो कदम उठा रही है, वह वेईकल रिकॉल यानी गाड़ियों को वापस मंगाने से जुड़े वालंटरी कोड के अनुपालन के तहत ही है।
पिछले साल M&M ने कई कारें मंगाई थी वापस
एमएंडएम ने पिछले साल दिसंबर में स्कॉर्पियो-एन की 6,618 यूनिट्स और XUV700 की 12566 यूनिट्स को रिकॉल करने का ऐलान किया था। ये गाड़ियां पिछले साल 1 जुलाई से 11 नवंबर 2022 के बीच बनी थीं। इनमें बेल हाउसिंग के भीतर रबर बेलो (Rubber Bellow) को लेकर शिकायत थी। कंपनी के मुताबिक यह इसलिए हुआ था क्योंकि सप्लायर के प्लांट में छंटाई के दौरान कुछ गलती हो गई थी।