अमेरिका के बाहर पेप्सिको (Pepsico) की सबसे बड़ी बॉटलिंग कंपनियों में शुमार वरुण बेवरेजेज (Varun Beverages) के शेयर छह साल में 1 हजार फीसदी से अधिक ऊपर चढ़े हैं। अब ब्रोकरेज का मानना है कि अगले महीने इसके नतीजे आने वाले हैं जिससे इसकी तेजी को और सपोर्ट मिलेगा। हालांकि आज की बात करें तो इसके शेयर मजबूत मार्केट सेंटिमेंट में भी रेड जोन में हैं। आज बीएसई पर यह 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 833 रुपये (Varun Beverages Share Price) पर बंद हुआ है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म मिरे एसेट के मुताबिक उसके दिए टारगेट को इसने पहले पार कर लिया है लेकिन अभी भी मौजूदा लेवल से यह 15-20 फीसदी ऊपर चढ़ सकता है।
Varun Beverages पर ब्रोकरेज को इतना भरोसा क्यों
वैल्यूएशन से जुड़ी चिंता के चलते वरुण के शेयर मई में एक साल के हाई 873.58 रुपये से काफी नीचे आ चुके हैं। फिलहाल यह 12 महीने के फारवर्ड प्राइस-अर्निंग्स रेश्यो के 50 गुने पर ट्रेड कर रहा है जो दुनिया के 15 सबसे बड़े बेवरेज फर्मों में दूसरा सबसे महंगा वैल्यूएशन है। इससे ऊपर सिर्फ क्लीन एनर्जी ड्रिंक बनाने वाली कंपनी सेल्सियस होल्डिंग्स का शेयर महंगा है। हालांकि इसके बावजूद मिरे एसेट कैपिटल मार्केट्स इंडिया की इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट लविता लैसराडो का मानना है कि यह अभी भी मौजूदा लेवल से 15-20 फीसदी ऊपर चढ़ सकता है। आईडीबीई कैपिटल मार्केट सर्विसेज के रिसर्च हेड एके प्रभाकर का कहना है कि आप देश में कहीं भी चले जाओ, पेप्सिको के प्रोडक्ट्स आपको मिल जाएंगे, यही वरुण बेवरेजेज की सफलता का रहस्य है।
पेप्सिको के प्रोडक्ट्स की यहां जितनी बिक्री होती है, उसमें से करीब 90 फीसदी की बॉटलिंग वरुण बेवरेजेज करती है। अब यह देश के सुदूर इलाकों में भी अपना डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़ा रही है जिससे इसे फायदा मिलेगा। इसके अलावा एनालिस्ट्स के मुताबिक जिस तेजी से गर्मी बढ़ रही है, उससे भी बिक्री बढ़ेगी। लविता के मुताबिक वरुण के लिए यह तिमाही शानदार रहेगी। लविता के मुताबिक कंपनी की ग्रोथ ऑर्गेनिक है और यह लगातार अपनी क्षमता बढ़ा रही है। पिछले कुछ महीनों में बेवरेजेज की बिक्री बढ़ी है क्योंकि यहां तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
अनुमानों को खारिज करने का रिकॉर्ड रहा है कंपनी का
अब तक के रिकॉर्ड की बात करें तो वरुण बेवरेजेज के शेयर नतीजे जारी होने के बाद उछले हैं। अब तक 23 में से 20 बार ऐसा हुआ जब इसका तिमाही रेवेन्यू ब्लूमबर्ग के औसतन एनालिस्ट अनुमान से अधिक रहा है। वहीं नतीजे जारी होने के बाद इसके शेयर एक महीने में औसतन 7.4 फीसदी की दर से मजबूत हुए हैं।