Share Market Fall: इन 4 कारणों से गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 300 अंक टूटा, निफ्टी 25,750 के नीचे

Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार 10 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी फिसलकर 25,750 के नीचे चला गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से पहले निवेशकों ने आज सतर्क रुख अपनाया

अपडेटेड Dec 10, 2025 पर 2:52 PM
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Share Market Falls: शेयर बाजार की नजरें इस समय अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के फैसलों पर टिकी हैं

Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार 10 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी फिसलकर 25,750 के नीचे चला गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से पहले निवेशकों ने आज सतर्क रुख अपनाया। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी बाजार के सेंटीमेंट को कमजोर किया। बीएसई मिडकैप इंडेक्स भी 0.90 फीसदी तक लुढ़क गया। दूसरी ओर स्मॉलकैप शेयरों में 0.42 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली।

दोपहर 2:30 बजे के आसपास सेंसेक्स 311.26 अंक या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,355.02 पर आ गया। जबकि निफ्टी 104.65 अंक टूटकर 25,735.00 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी पर इंडिगो, इटरनल और HDFC बैंक के शेयरों में 3 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली।

शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 बड़ी वजहें रहीं-


1. फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले अनिश्चितता

शेयर बाजार की नजरें इस समय अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के फैसलों पर टिकी हैं, जिसके आज देर शाम आने की उम्मीद है। इस फैसले से पहले बाजार में अनिश्चतता बढ़ी है, जो आज की गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही।

बाजार यह मानकर चल रहा है कि फेडरल रिजर्व बैंक, ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान कर सकता है। हालांकि निवेशक इस बात से अधिक उलझन में हैं कि 2026 में फेडरल रिजर्व की पॉलिसी का क्या रुख रहेगा। इसके अलावा, चेयरमैन जेरोम पॉवेल की मई में खत्म होने वाली अवधि के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर भी असमंजस है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्याज दरों कटौती भले ही तय मानी जा रही हो, लेकिन नए साल के लिए फेड की गाइडेंस, महंगाई के अनुमान और चेयरमैन के बदलाव के चलते आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस बेहद अहम होगी।

2. कमजोर ग्लोबल संकेत

ग्लोबल बाजारों से भी आज निवेशकों को कोई सहारा नहीं मिला। शंघाई का SSE कंपोजिट, हांगकांग का हैंग सेंग और जापान का निक्केई 225 सभी लाल निशान में थे। अमेरिकी बाजार भी पिछली रात कमजोर बंद हुए, जिससे घरेलू निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर पड़ा

3. विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली भी बाजार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। मंगलवार को विदेशी निवेशकों ने 3,760 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। यह लगातार नौवां दिन है जब विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से पैसे निकाले हैं। दिसंबर महीने में अब तक विदेशी निवेशक कुल 14,819 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुकी है।

4. क्रूड ऑयल के दाम में उछाल

इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने भी शेयर बाजार पर दबाव डाला। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 0.15 प्रतिशत बढ़कर 62.03 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। तेल की महंगी कीमतें भारत की महंगाई और कंपनियों के मार्जिन पर असर डाल सकती हैं, जो शेयर बाजार के लिए नेगेटिव संकेत होता है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी आज की शुरुआत कमजोरी के साथ कर सकता है और कल के लो 25,732 को फिर से टेस्ट करने की चिंता बनी रहेगी। लेकिन उनके मुताबिक बड़ी गिरावट की उम्मीद कम है, क्योंकि बीच-बीच में रिबाउंड देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि अगर निफ्टी 25,923 के ऊपर निकलता है, तो शॉर्ट कवरिंग शुरू हो सकती है, जिससे थोड़ी मजबूती आएगी। हालांकि, तेजी से बड़ी उछाल तभी देखने को मिलेगी जब निफ्टी 26,030 के ऊपर चले जाए।

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