Share Markets: भारतीय शेयर बाजारों में आज 10 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन तगड़ी उछाल देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 470 अंकों से भी अधिक उछल गया। वहीं निफ्टी बढ़कर 25,300 के भी पार पहुंच गया। मेटल और फार्मा को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी देखने को मिली। सबसे अधिक तेजी रियल एस्टेट, बैकिंग और आईटी कंपनियों के शेयरों में देखने को मिली। बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स भी 0.6 फीसदी तक उछल गए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 328.72 अंकों की बढ़त के साथ 82,500.82 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 103.55 अंकों या 0.41% की तेजी के साथ 25,285.35 पर बंद हुआ। इस पूरे हफ्ते, बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 1.5% की तेजी देखने को मिली। शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 5 बड़ी वजहें रहीं-
1. टीसीएस के उम्मीदों के मुताबिक तिमाही नतीजे
TCS के इस नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इस शेयर पर अपनी 'Buy' की रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लिए 3,500 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। टीसीएस के अच्छे नतीजों से पूरे आईटी सेक्टर में रौनक देखने को मिली। विप्रो और इंफोसिस जैसी इसकी राइवल कंपनियों के शेयर भी एक प्रतिशत तक उछल गए।
2. विदेशी निवेशकों की वापसी
लंबे इंतजार के विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में लौटते हुए दिख रहे हैं। FIIs ने पिछले तीन दिनों से लगातार भारतीय शेयर बाजार में खरीदारी है। एक दिन पहले 9 अक्टूबर को उन्होंने भारतीय बाजार में करीब 1,308 करोड़ रुपये डाले थे। पिछले तीन दिनों में वह करीब 2,830 करोड़ रुपये की खरीदारी कर चुके हैं। इसके चलते शेयर मार्केट के सेंटीमेंट को मजबूती मिली है।
3. ट्रंप और मोदी के बीच बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अक्टूबर को कहा कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की है और दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता में हुई प्रगति की समीक्षा की। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दोनों देशों के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर कोई भी अच्छा संकेत शेयर बाजारों पर पॉजिटिव असर डाल सकता है। इससे पहले अमेरिकी की ट्रंप सरकार ने भारतीय सामानों पर इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया था। इसके अलावा, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि आने वाले समय में भारत रूस से कम और अमेरिका से अधिक कच्चा तेल खरीदने की तैयारी में है।
4. बैंकिंग शेयरों में खरीदारी
बैंकिंग शेयरों में भी शुक्रवार को अच्छी खरीदारी देखने को मिली। बैंक निफ्टी इंडेक्स ने 0.6% से अधिक की तेजी के साथ 56,500 के मनोवैज्ञानिक रूप से अहम स्तर को पार कर लिया। एनालिस्ट्स का मानना है कि यह तेजी बैंकिंग इंडेक्स को 57,300–57,600 के स्तर तक ले जा सकती है।
5. IPO रिफंड से बाजार में लौटी लिक्विडिटी
शेयर मार्केट में हालिया तेजी की एक अहम वजह IPO बाजार से लौटा पैसा भी है। टाटा कैपिटल का ₹15,512 करोड़ का आईपीओ और LG इलेक्ट्रॉनिक्स के ₹11,607 करोड़ आईपीओ को निवेसकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। LG का आईपीओ तो 54 गुना सब्सक्राइब हुआ। अब इन IPOs के रिफंड निवेशकों के खाते में लौटने लगे हैं, जिससे बाजार में ताजा लिक्विडिटी आई है। जियोजित इनवेस्टमेंट्स के वीके विजयकुमार के मुताबिक, “IPO बाजार की गर्मी और रिफंड से आई लिक्विडिटी ने बाजार को ऊपर खींचा है।”
बाजार की आगे कैसी रह सकती है चाल?
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड, श्रीकांत चौहान का कहना है कि जब तक निफ्टी इंडेक्स 25,000 और सेंसेक्स 81,700 के ऊपर बना रहेगा, तब तक बाजार में तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। उन्होंने कहा, “अगर बाजार 25,250/82,300 के स्तर को पार करने में सफल होता है, तो फिर निफ्टी आने वाले दिनों में 25,350–25,500 और सेंसेक्स 82,900–83,200 तक जा सकता है। दूसरी ओर अगर निफ्टी 25,000 या सेंसेक्स 81,700 के नीचे फिसलता है, तो तेजी का रुख कमजोर पड़ सकता है।”
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