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बिक रहा है YES बैंक! जापान की यह कंपनी 51% हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार, जानें पूरी डील

जापान की एक बड़ी फाइनेंशियल समूह, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) ने एक बार फिर से यस बैंक में अपनी कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। यह खबर आते ही शेयर बाजार में आज 6 मई को यस बैंक के शेयर खरीदने की होड़ मच गई। कारोबार के दौरान इसका शेयर एक समय 9 फीसदी तक उछलकर 19.44 रुपये के स्तर तक पहुंच गया

अपडेटेड May 06, 2025 पर 6:52 PM
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Yes Bank: सूत्रों के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक एक तरह से यस बैंक से लगभग पूरी तरह से बाहर हो जाएगी

यस बैंक को लेकर आज 6 मई को एक बड़ी खबर आई। खबर है कि जापान की एक बड़ी फाइनेंशियल समूह, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) ने एक बार फिर से यस बैंक में अपनी कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। यह खबर आते ही शेयर बाजार में आज 6 मई को यस बैंक के शेयर खरीदने की होड़ मच गई। कारोबार के दौरान इसका शेयर एक समय 9 फीसदी तक उछलकर 19.44 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि बाद में कारोबार बढ़ने के समय यह उछाल थोड़ी कम हुआ और कारोबार के अंत में यस बैंक का शेयर 1.41 फीसदी बढ़कर 17.98 रुपये के भाव पर बंद हुआ।

मनीकंट्रोल को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक ने एक बार फिर यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए जापान के बैंक SMBC के साथ बातचीत शुरू कर दी है। सूत्रों ने यह भी बताया कि भारतीय स्टेट बैंक के पास फिलहाल यस बैंक में करीब 23.97 फीसदी हिस्सेदारी और वो इसमें से करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी को SMBC के हाथों बेच सकती है। यानी कि अगर यह डील होती है, तो भारतीय स्टेट बैंक एक तरह से यस बैंक से लगभग पूरी तरह से बाहर हो जाएगी।

भारतीय स्टेट बैंक की हिस्सेदारी इसलिए काफी अहम है, क्योंकि साल 2020 में यस बैंक बंद होने के कगार आ गया था, तो उस वक्त आरबीआई के कहने पर भारतीय स्टेट बैंक ने कुछ और बैंकों और सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर यस बैंक में पैसा लगाया था और इससे नकदी संकट से बाहर निकाला था। लेकिन आज जब यस बैंक का कारोबार वापस पहले की तरह स्थिर होता दिख रहा है, तो अब ये सभी बैंक और संस्थाएं,यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बेचकर निकलने की कोशिश में है।


सूत्रों ने बताया कि स्टेट बैंक से 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के अलावा SMBC यस बैंक में 6-7% हिस्सेदारी और लेने के लिए इसमें नया पूंजी निवेश कर सकती है। पूंजी निवेश के बाद, SMBC फिर Yes Bank में अपनी हिस्सेदारी को 51% तक बढ़ाने के लिए एक ओपन ऑफर भी ला सकती है।

सूत्रों ने बताया कि इस ओपन ऑफर में SBI अपनी बाकी बची हुई हिस्सेदारी भी बेच सकती है। इसके अलावा एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, ICICI बैंक और एचडीएफसी बैंक भी अपनी कुछ हिस्सेदारी SMBC को बेच सकते हैं। इन चारों बैंकों के पास कुल मिलाकर यस बैंक की 7.36 फीसदी हिस्सेदारी है।

प्राइवेट इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल और कार्लाइल ग्रुप के पास यस बैंक की करीब 16 फीसदी हिस्सेदारी है और ये दोनों भी इस ओपन ऑफर में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच सकते हैं। इसके साथ ही, Life Insurance Corporation of India (LIC) भी Yes Bank में 3.98% की हिस्सेदारी रखता है, और वह भी अपने हिस्से की बिक्री कर सकता है।

हालांकि ये ध्यान दिए जाने की जरूरत है कि अभी तक भारतीय रिजर्व बैंक ने SMBC के किसी भी प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं दी है। यस बैंक में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदने के लिए SMBC को पहले आरबीआई से मंजूरी लेनी पड़ेगी।

जानकारी के मुताबिक SMBC ने इस बार भारत के नियमों के मुताबिक अपनी रणनीति बनाई है। पहले की बातचीत में, जापानी कंपनियों को वोटिंग राइट्स देने और हिस्सेदारी को लेकर कुछ समस्याएं आई थीं, क्योंकि भारतीय कानून के तहत एक प्राइवेट बैंक में प्रमोटर के पास अधिकतम सिर्फ 26% वोटिंग राइट्स ही हो सकते हैं। जबकि SMBC 50 फीसदी से अधिक वोटिंग राइट्स चाहती थी। लेकिन सूत्रों ने बताया कि अब SMBC ने यह मान लिया है कि इस नियम में कोई बदलाव नहीं और अब भी वह Yes Bank में निवेश करने के लिए इच्छुक है।

इस बीच यस बैंक का भी इस पूरे मामले को लेकर बयान आया है। यस बैंक ने कहा कि बैंक अपने शेयरधारकों के लिए वैल्यू बनाने के लिए इरादे से तमाम स्टेटहोल्डर्स के साथ नियमित तौर पर बातचीत करती रहती है। फिलहाल सभी चर्चाएं प्रांरभिक स्तर की हैं और इनमें किसी तरह के डिस्क्लोजर यानी खुलासे की जरूरत नहीं है। यस बैंक ने कहा कि फिलहाल जो भी मीडिया में खबरें चल रही हैं, वो अटकलें और तथ्यामक रूप से सहीं नहीं हैं।

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