Credit Cards

Yes Bank के पूर्व CMD राणा कपूर की सपंत्ति हो सकती है जब्त, जानिए क्या है पूरा मामला

निजी सेक्टर के Yes Bank के पूर्व एमडी और सीईओ राणा कपूर को बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने तगड़ा झटका दिया है। बैंक के एमडी-सीईओ की पूरी चल-अचल संपत्ति जब्त होने की नौबत आ गई है। सेबी ने एटी1 बॉन्ड्स से जुड़े मामले में राणा कपूर पर 2.2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और इसे भरने के लिए 15 दिनों का समय दिया है

अपडेटेड Jul 26, 2023 पर 7:45 PM
Story continues below Advertisement
सेबी ने Yes Bank के पूर्व एमडी और सीईओ राणा कपूर को जो नोटिस भेजा है, वह एटी1 (एडीशनल टियर-1) बॉन्ड्स की गलत तरीके से बिक्री से जुड़ा है।

निजी सेक्टर के Yes Bank के पूर्व एमडी और सीईओ राणा कपूर को बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने तगड़ा झटका दिया है। सेबी ने मंगलवार 25 जुलाई को बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ राणा कपूर (Rana Kapoor) को 2.22 करोड़ रुपये चुकाने का नोटिस भेजा है। सेबी ने राणा को यह भी चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के भीतर यह पैसा नहीं जमा होता है तो न सिर्फ उनकी गिरफ्तारी हो सकती है बल्कि उनके बैंक खाते और संपत्तियों को भी जब्त किया जा सकता है। यह नोटिस राणा कपूर को बैंक के AT1 बॉन्ड्स और गलत तरीके से बेचने के आरोप में भेजा है। राणा कपूर डीएचएफएल मनी लांड्रिंग के केस में मार्च 2020 से ही जेल में हैं।

SEBI ने पहले भी भेजा था नोटिस

एटी1 बॉन्ड्स के मामले में सेबी ने राणा कपूर को पिछले साल सितंबर 2022 में जुर्माना लगाया था। उस समय राणा को 2 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया था। हालांकि ऐसा नहीं हो पाया। अब सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया है। अब राणा को 15 दिनों के भीतर 2.22 करोड़ रुपये की पेनाल्टी देनी है और इसमें ब्याज और रिकवरी कॉस्ट शामिल हैं। पैसे नहीं जमा होने की स्थिति में राणा की चल-अचल संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है और उनकी इस मामले में भी गिरफ्तारी हो सकती है।


Byju's के एक और निवेशक ने तोड़ी चुप्पी; किस कारण छोड़ना पड़ा बोर्ड, किया खुलासा

क्या है Yes Bank के AT1 Bonds का मामला

सेबी ने जो नोटिस भेजा है, वह एटी1 (एडीशनल टियर-1) बॉन्ड्स की गलत तरीके से बिक्री से जुड़ा है। आरोप है कि बैंक और इसके कुछ अधिकारियों ने निवेशकों को सेकंडरी मार्केट में एटी-1 बॉन्ड बेचते समय इससे जुड़े रिस्क के बारे में जानकारी नहीं दी थी। इन बॉन्ड्स की बिक्री 2016 में शुरू हुई थी और 2019 तक जारी रही। सेबी के आदेश के मुताबिक राणा की निगरानी में ही इसकी बिक्री हो रही थी। वह नियमित तौर पर टीम से अपडेट ले रहे थे और बिक्री बढ़ाने के लिए निर्देश भी देते थे जिससे अधिकारियों पर बिक्री बढ़ाने का दबाव था। इसके अलावा सेबी के आदेश के मुताबिक राणा कपूर ने प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट टीम के अधिकारियों पर इस बात के लिए दबाव बनाया कि वे ऐसी योजना तैयार करें जिससे बैंक के ग्राहक इन बॉन्ड्स को फटाफट खरीद लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।