Yes Bank में हिस्सेदारी बढ़ाएगी SMBC! ये है सबसे बड़ी शेयरहोल्डर का बिग प्लान

Yes Bank Share Price: दिग्गज प्राइवेट सेक्टर लेंडर यस बैंक के शेयरों में आज खरीदारी का जोरदार रुझान दिखा। यह तेजी इसकी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर जापानी वित्तीय संस्थान सुमिटोमो मितसुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) की योजना पर आई है। जानिए इसकी योजना क्या है जिस पर निवेशक चहक उठे और यस बैंक के अलावा इसका भारत में क्या प्लान है?

अपडेटेड Nov 17, 2025 पर 10:21 AM
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Yes Bank में प्रमोटर्स की कोई हिस्सेदारी नहीं है और सभी 100% पब्लिक शेयरहोल्डर हैं।

Yes Bank Share Price: जापान का दिग्गज वित्तीय संस्थान सुमिटोमो मितसुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) की योजना भारत में पूर्ण मालिकाना हक वाली एक इकाई शुरू की है। यह खुलासा खुद एसएमबीसी के मैनेजिंग एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और इंडिया हेड राजीव कन्नन ने एक मीडिया इंटरव्यू में किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक टिके रहने लिए भारत में एक लोकल यूनिट होना काफी अहम है और कंपनी इसे लेकर काफी गंभीर है। हालांकि उन्होंने यह बताने इनकार कर दिया कि एसएमबीसी ने केंद्रीय बैंक RBI से लोकल यूनिट लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। उन्होंने इस इंटरव्यू में यस बैंक (Yes Bank) में होल्डिंग बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की। इसके चलते यस बैंक के शेयर 2% उछलकर ₹22.94 पर पहुंच गए।

दिग्गज प्राइवेट सेक्टर लेंडर यस बैंक में हिस्सेदारी को लेकर उन्होंने कहा कि आरबीआई ने इसमें एसएमबीसी को 24.99% तक हिस्सेदारी खरीदने को मंजूरी दी है, लेकिन अगर इसे और अधिग्रहण को मंजूरी मिलती है तो वह और खरीदने के लिए भी तैयार है। बता दें कि 24.99% हिस्सेदारी के साथ यस बैंक में जापान का दिग्गज वित्तीय संस्थान एसएमबीसी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है।

Yes Bank पर दांव को एकदम सही बताया SMBC ने


एसएमबीसी का भारत में अलग-अलग प्रकार का कई कारोबार है। अभी हाल ही में इसने यस बैंक की 24.99% हिस्सेदारी हासिल की और अब यह बैंक की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। राजीव कन्नन का कहना है कि यस बैंक उनके लिए राइट साइज का दांव था क्योंकि एसएमबीसी की योजना भारतीय बैंकिंग इंडस्ट्री में अहम प्लेयर होने की है। इसके अलावा कंपनी के भारतीय कारोबार की बात करें तो इसकी एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी- एसएमएफजी गृहशक्ति है। एसएमबीसी एसएमबीसी बैंक की इस एनबीएफसी इकाई की शुरुआत टियर-3 और टियर-4 बिजनेस के रूप में हुई जोकि यस बैंक के अलावा अधिकतर भारतीय कंपनियों, एमएनसी और जापानी कंपनियों को सर्विसेज देती है। हालांकि राजीव कन्नन का कहना है कि इनके कारोबार आपस में बहुत नहीं टकराते हैं। यस बैंक को लेकर एसएमबीसी की योजना इसे देश के पांच सबसे बड़े लेंडर्स में शामिल करने की है।

यस बैंक में किसकी कितनी हिस्सेदारी?

अब यस बैंक के शेयरहोल्डर्स की बात करें तो इसमें प्रमोटर्स की कोई हिस्सेदारी नहीं है और सभी 100% पब्लिक शेयरहोल्डर हैं। सबसे अधिक हिस्सेदारी एसएमबीसी मितसुई बैंकिंग कॉरपोरेशन की है जिसके पास सितंबर 2025 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से 24.21% हिस्सेदारी है। वहीं भारत में सबसे बड़े पब्लिक लेंडर एसबीआई की हिस्सेदारी 10.78% है। इसके बाद वेरवेंटा होल्डिंग्स की 9.19% हिस्सेदारी है। यस बैंक में 29 म्यूचुअल फंड्स की 2.87%, 13 बैंकों की 13.71%, 14 बीमा कंपनियों की 4.11% और विदेशी निवेशकों की 44.95% हिस्सेदारी है। इसके अलावा ₹2 लाख तक के निवए वाले 61,65,478 खुदरा निवेशकों की 21.82% हिस्सेदारी है।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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