फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato में 1.1 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,040.50 करोड़ रुपये में बेची गई है। ऐसा ब्लॉक डील के माध्यम से हुआ है और कहा जा रहा है कि यह बिक्री जापान की टेक दिग्गज और इन्वेस्टमेंट बैंक सॉफ्टबैंक (Softbank) ने की है। इस खबर के बाद Zomato के शेयरों में 20 अक्टूबर को शुरुआती कारोबार में 2.5 प्रतिशत तक की तेजी दिखाई दी। सुबह कंपनी का शेयर बीएसई पर पिछले बंद भाव 111.70 रुपये से 1.6 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ 113.50 रुपये पर खुला। कुछ ही देर में यह करीब 2.5 प्रतिशत के उछाल के साथ 114.35 रुपये पर पहुंच गया।
एनएसई पर शेयर पिछले बंद भाव 111.65 रुपये से 2 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी के साथ 114 रुपये पर खुला और तुरंत ही 2.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 114.50 रुपये पर पहुंच गया। जोमैटो का मार्केट कैप बीएसई के मुताबिक 96,713.98 करोड़ रुपये है। पिछले छह महीनों में Zomato के शेयरों में लगभग 106 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। कारोबार खत्म होने पर शेयर बीएसई पर 1.52 प्रतिशत की तेजी के साथ 113.40 और एनएसई पर 1.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ 113.70 रुपये पर सेटल हुआ।
111.2 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बिक्री
ब्लॉक डील में लगभग 9.30 करोड़ शेयरों को 111.2 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर बेचा गया। यह जोमैटो शेयरों के 19 अक्टूबर के बंद भाव 111.65 रुपये से मामूली तौ पर कम है। अभी तक सॉफ्टबैंक के पास एंटिटी SVF Growth (Singapore) Pte के जरिए Zomato में 2.22 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मनीकंट्रोल को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कोटक महिंद्रा कैपिटल ट्रांजेक्शन के लिए ब्रोकर है।
अगस्त में भी बेचे थे शेयर
अगस्त में सॉफ्टबैंक ने ब्लॉक डील के जरिए जोमैटो में 940 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। बाद में अक्टूबर में इसने पॉलिसीबाजार की पेरेंट कंपनी पीबी फिनटेक में 2.54% हिस्सेदारी 876 करोड़ रुपये में बेच दी। वर्ष 2023 ब्लॉक डील के लिए एक एक्टिव ईयर रहा है और प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के अनुसार पीई और वेंचर कैपिटल फर्मों ने जनवरी और अगस्त के बीच ब्लॉक डील के माध्यम से 57,338 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 41,051 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।