Zomato के जून तिमाही के नतीजों ने चौंकाया है। कंपनी मुनाफे में आ गई है। रेवेन्यू इस दौरान 17.5 फीसदी बढ़ा है। इसमें फूड डिलीवरी और हाइपरप्योर बिजनेसेज का बड़ा योगदान रहा है। दूसरे बिजनेसेज में भी लॉस में कमी आई है। सबसे खास बात यह कि ऑपरेशंस से पॉजिटिव कैश फ्लो की वजह से जोमैटो ने जून तिमाही में फ्री-कैश फ्लो दिखाया है। ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 11 फीसदी बढ़ने से फूड डिलीवरी बिजनेस में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली। मैनेजमेंट ने कहा है कि जून तिमाही में रेस्टॉरेंट्स एडवर्टाइजमेंट के जरिए इनकम में इजाफा हुआ, जिससे रेवेन्यू बढ़ा। कंपनी का एवरेज मंथली ट्रांजेक्शन तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 5.4 फीसदी बढ़कर 1.75 करोड़ हो गया। फूड डिलीवरी का एडजस्टेड EBITDA 181 करोड़ रुपये रहा, जो अब तक का सबसे ज्यादा है।
Blinkit का जीओवी तिमाही दर तिमाही आधार पर 5 फीसदी ज्यादा रहा। इसमें बेहतर AOV का हाथ रहा। हालांकि, ऑर्डर्स की कुल संख्या में 6 फीसदी तक गिरावट आई। AOV 5.4 फीसदी बढ़ा। टेक रेट 20 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 17.9 फीसदी हो गया। 3.68 करोड़ ऑर्डर के साथ रेवेन्यू बढ़कर 384 करोड़ रुपये हो गया। यह अब तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू है। डार्क स्टोर्स (मिनी वेयरहाउस) की संख्या 383 रही, जो मार्च तिमाही के मुकाबले थोड़ा ज्यादा है। प्रति डार्क स्टोर प्रति दिन एओवी तिमाही दर तिमाही आधार पर 1 फीसदी घटकर 6,20,000 रुपये रहा। कॉस्ट में कमी लाने की कोशिश जारी रहने से EBITDA लॉस में कमी आई।
हाइपरप्योर बिजनेस का रेवेन्यू तिमाही दर तिमाही आधार पर 29 फीसदी बढ़कर 617 करोड़ रुपये रहा। EBITDA लॉस 35 करोड़ रुपये रहा। जोमैटो ने मिनिमम ऑर्डर वैल्यू की शुरुआत की। इससे सब्सक्राइब्ड रेस्टॉरेंट्स की संख्या में बदलाव देखने को मिला। लेकिन AOV में बढ़ोतरी हुई। हाइपरप्योर की रेवेन्यू में तेज ग्रोथ में क्विक कॉमर्स की डिमांड का बड़ा हाथ रहा। कोर रेस्टॉरेट्ंस भी इसमें मददगार रहा।
Zomato के मैनेजमेंट ने अगले दो साल में ग्रुप रेवेन्यू में 40 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है। इसकी वजह यह है कि अब क्विक कॉमर्स स्पेस में कंसॉलिडेशन आ रहा है। हायपरप्योर का रेवेन्यू बढ़ रहा है। फूड डिलीवरी बिजनेसेज का एवीओ स्टेबल रहा है। टॉपलाइन ग्रोथ अच्छी रहने से कंपनी की प्रॉफिट कमाने की क्षमता बढ़ जाती है। आगे भी इस मामले में जोमैटो का प्रदर्शन बेहतर बने रहने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जोमैटो हर ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस चार्ज करने जा रही है। अगर कंपनी हर ऑर्डर पर 2 रुपये वसूलती है तो इससे रेवेन्यू 0.5-1 फीसदी तक बढ़ जाएगा।