Zomato के एंप्लॉयीज ने नवरात्र में मनाई दिवाली, 330 करोड़ रुपये के स्टॉक ऑप्शन मिले

Zomato ने बताया है कि एंप्लॉयीज को स्टॉक ऑप्शंस जारी करने के प्रस्ताव को नॉमिनेशन एंड रेम्यूनरेशन कमेटी का एप्रूवल हासिल है। स्टॉक ऑप्शंस को इनक्लूजन की तारीख से 10 साल के अंदर या लिस्टिंग तारीख से 12 साल के अंदर एक्सरसाइज किया जा सकता है

अपडेटेड Oct 06, 2024 पर 3:54 PM
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जोमैटो फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी है।

जोमैटो ने अपने एंप्लॉयीज को 1,19,97,768 स्टॉक ऑप्शंस जारी किए हैं। उन्हें यह स्टॉक ऑप्शंस फूडी बे एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम, 2014 (ईसॉप 2024) और जोमैटो एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम 2021 (ईसॉप 2021) के तहत जारी किए गए है। कंपनी ने इस बारे में 2 अक्टूबर को बीएसई को जानकारी दी है। जोमैटो फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी है।

स्टॉक ऑप्शन एक्सरसाइज करने की शर्तें

Zomato ने बताया है कि एंप्लॉयी को स्टॉक ऑप्शंस जारी करने के प्रस्ताव को नॉमिनेशन एंड रेम्यूनरेशन कमेटी का एप्रूवल हासिल है। कंपनी ने कहा है कि स्टॉक ऑप्शंस को इनक्लूजन की तारीख से 10 साल के अंदर या लिस्टिंग तारीख से 12 साल के अंदर एक्सरसाइज किया जा सकता है। इसमें ईसॉप 2014 और ईसॉप 2021 दोनों की स्कीम के तहत जारी किए गए स्टॉक्स ऑप्शंस शामिल होंगे।


स्टॉक ऑप्शंस की कुल वैल्यू 330 करोड़ रुपये

हर स्टॉक ऑप्शन एक फुली पेड इक्विटी शेयर को रिप्रजेंट करता है। इसकी फेस वैल्यू 1 रुपये होगी। अभी जोमैटो के शेयर की कीमत 275.20 रुपये है। इस हिसाब से एंप्लॉयीज को जारी किए गए स्टॉक ऑप्शंस की कुल वैल्यू 330.17 करोड़ रुपये बैठती है। 4 अक्टूबर को जोमैटो का शेयर 2.10 फीसदी चढ़कर 274.65 रुपये पर बंद हुआ था।

स्टॉक ऑप्शन जारी करने का मकसद

कंपनियां अपने एंप्लॉयीज को कंपनी में बनाए रखने के लिए एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान का इस्तेमाल करती हैं। जोमैटो की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि एंप्लॉयीज की टीम को प्रेरित करने के लिए उन्हें स्टॉक ऑप्शन जारी करने का फैसला किया गया है। इन एंप्लॉयीज का जोमैटो की सफलता में योगदान है।

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तीन साल पहले जोमैटो ने पेश किया था आईपीओ 

फूड और गॉसरी डिलीवरी बिजनेस में जोमैटो का मुकाबला स्विगी से है। जोमैटो ने तीन साल पहले आईपीओ पेश किया था। तब से इसके शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 30 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया है। इधर, स्विगी के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी इसी महीने अपना आईपीओ पेश कर सकती है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों कंपनियों के बीच जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।

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