फैटी लिवर की परेशानी बिना किसी बड़ी चेतावनी के धीरे-धीरे बढ़ती है। खासकर महिलाओं में ये बीमारी थकान, हार्मोनल बदलाव या उम्र बढ़ने जैसी मामूली चीज़ों के पीछे छिप जाती है। पर यही इसकी सबसे बड़ी चालाकी है। जब तक हम इसे पहचानते हैं, तब तक ये शरीर पर असर डाल चुकी होती है।
1. हर समय थकान रहना
अगर आप पूरी नींद लेने के बाद भी लगातार थका हुआ महसूस करती हैं, तो इसका कारण आपका लिवर हो सकता है। लिवर हमारे शरीर की एनर्जी मैनेज करता है, लेकिन जब इसमें फैट जमा हो जाता है, तो वो ठीक से काम नहीं कर पाता। इससे शरीर में थकावट और कमजोरी महसूस होने लगती है, चाहे ब्लड रिपोर्ट नॉर्मल ही क्यों न हो।
2. पेट भारी और फूला-फूला लगना
महिलाओं को अक्सर हार्मोनल कारणों से हल्की फुलावट होती है, लेकिन अगर आपको पेट के ऊपरी हिस्से में लगातार भारीपन या हल्का दर्द महसूस होता है, तो ये लिवर से जुड़ा हो सकता है। फैटी लिवर की वजह से लिवर बड़ा हो जाता है और आस-पास के अंगों पर दबाव डालता है, जिससे बार-बार फूला हुआ लग सकता है।
3. वजन घटाने में मुश्किल या अचानक बढ़ना
अगर आप हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज करने के बाद भी वजन नहीं घटा पा रही हैं, तो ये लिवर की गड़बड़ी का इशारा हो सकता है। लिवर शरीर की फैट को प्रोसेस करता है, लेकिन जब इसमें फैट जमा हो जाता है, तो वो खुद फैट को जलाने में कमजोर हो जाता है। इससे पेट और कमर के आस-पास चर्बी बढ़ सकती है।
4. खाना खाने के बाद मतली या बदहजमी
हर बार खाना खाने के बाद थोड़ी-थोड़ी मतली, गैस या अपच महसूस होती है? ये लिवर की कमजोरी का संकेत हो सकता है। लिवर बाइल नाम का द्रव बनाता है जो फैट पचाने में मदद करता है। लेकिन जब लिवर पर फैट का असर होता है, तो ये प्रक्रिया धीमी हो जाती है और खाना पचाने में दिक्कत आती है।
5. गर्दन या बगल में काले धब्बे
अगर आपकी गर्दन, बगल या जांघों के आस-पास की त्वचा गाढ़ी और मखमली दिखने लगी है, तो ये इंसुलिन रेसिस्टेंस का संकेत हो सकता है, जो फैटी लिवर की एक अहम वजह है। इसे 'एकैंथोसिस नाइग्रिकन्स' कहते हैं और ये खासतौर पर PCOS या डायबिटीज के खतरे से जुड़ा है।
6. ध्यान ना लगना
अगर आप अक्सर खुद को भुलक्कड़, धीमा या मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करती हैं, तो इसका रिश्ता लिवर से हो सकता है। जब लिवर शरीर से टॉक्सिन्स नहीं निकाल पाता, तो वे दिमाग तक पहुंच जाते हैं और इससे ब्रेन फॉग या फोकस की कमी हो सकती है।
7. पीरियड्स का गड़बड़ाना या हार्मोनल दिक्कतें
लिवर हार्मोन को भी नियंत्रित करता है। अगर आपका पीरियड अनियमित, अधिक दर्दभरा या भारी हो गया है, तो हो सकता है कि इसका कारण फैटी लिवर हो। ये खासतौर पर उन महिलाओं में देखा जाता है जिन्हें थायरॉइड, PCOS या हार्मोनल असंतुलन होता है।
8. क्यों अक्सर अनदेखा रह जाता है फैटी लिवर
फैटी लिवर की दिक्कत को महिलाएं अक्सर छोटे लक्षणों की तरह नजरअंदाज कर देती हैं, जैसे थकावट, ब्लोकटिंग या मानसिक थकान। हम इसे "सिर्फ स्ट्रेस" या "हार्मोनल बदलाव" मान लेते हैं, जबकि ये लिवर का अलार्म हो सकता है। खासकर 40 के बाद महिलाएं ज्यादा जोखिम में होती हैं।
9. कब गंभीरता से लेना चाहिए
अगर फैटी लिवर की पहचान समय पर न हो तो ये सूजन, लिवर फाइब्रोसिस, सिरोसिस या लिवर फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं में बदल सकता है। अच्छी बात ये है कि समय पर जांच और लाइफस्टाइल में बदलाव से इसे ठीक किया जा सकता है। इसलिए अगर ऊपर बताए लक्षणों में से कोई भी बार-बार हो रहा है, तो लिवर टेस्ट जरूर करवाएं।
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डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।