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Beetroot: लगातार चुकंदर खाने से हो सकती हैं ये परेशानियां, जानिए एक्सपर्ट्स की राय

चुकंदर यानी बीटरूट जैविक रूप से पौष्टिक है जिसमें विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर मात्रा में होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन आपके लिए नुकसानदेह भी हो सकता है?

अपडेटेड Aug 01, 2025 पर 22:34
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चुकंदर यानी बीटरूट जैविक रूप से पौष्टिक है जिसमें विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर मात्रा में होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन आपके लिए नुकसानदेह भी हो सकता है?

कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चुकंदर के कई साइड-इफेक्ट्स होते हैं जो अक्सर अनदेखे रह जाते हैं। ऐसे में आइए जानते इस बारे में।

चुकंदर में मौजूद बेटालियन पिगमेंट की वजह से कुछ लोगों का पेशाब गुलाबी या लाल दिख सकता है। यह आमतौर पर बेहद हानिरहित होता है पर पहले बार देखा जाए तो डर लगता है। ये प्रभाव 1‑2 दिन में वापस सामान्य रंग में आ जाता है।

चुकंदर में ऑक्सलेट्स अधिक मात्रा में होते हैं, जो कैल्शियम के साथ मिलकर किडनी स्टोन्स बना सकते हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें इसकी प्रवृत्ति हो।

फाइबर व प्राकृतिक शर्करा की अधिकता से पेट में गैस, फूलना और कब्ज जैसे लक्षण हो सकते हैं, विशेषकर अगर पेट पहले से ही संवेदनशील हो तो

चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करते हैं, जो बल्ड लेवल कम कर सकता है। यदि कोई व्यक्ति पहले से ही ब्लड प्रेशर की दवा ले रहा हो, तो यह अधिक खतरनाक हो सकता है।

चुकंदर में मौजूद बीटा-कैरोटीन, आयरन जैसे पोषक तत्व से विटामिन‑A या आयरन की ओवरडोज हो सकती है, जिससे सिरदर्द, मतली या जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

बहुत कम मामलों में, चुकंदर से एलर्जी या एनाफिलेक्सिस हो सकती है जैसे गले का सूजना, त्वचा पर चकत्ते या सांस लेने में मुश्किल। यदि ऐसा हो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अत्यधिक सेवन से चुकंदर में मौजूद बेसटाइन के कारण लीवर पर तनाव बढ़ सकता है और धातुओं का संचय हो सकता है।

चुकंदर में प्राकृतिक शर्करा होती है। अधिक मात्रा में सेवन करने से विशेषकर डायबिटीज रोगियों में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है

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