पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने वोट डाला। मतदान के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि वह लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रही थीं।
राहुल गांधी ने कर्नाटक के बल्लारी में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से संबंधित कंटेनर वाले विश्राम शिविर में बने मतदान बूथ पर वोट डाला। उनके साथ वहां उन लगभग 40 नेताओं ने भी मतदान किया जो उनके साथ इस यात्रा में ‘भारत यात्री’ हैं।
सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर मतदान किया।
मतदान से पहले सोनिया गांधी ने पत्रकारों से सवालों के जवाब में कहा, "मैं इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रही थी।" पार्टी मुख्यालय में वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सबसे पहले मतदान किया। उनके बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश, अजय माकन, मुकुल वासनिक, वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी, विवेक तन्खा और कई अन्य लोगों ने मतदान किया।
मतदान वाले दिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के दोनों उम्मीदवारों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘मल्लिकार्जुन खड़गे से आज सुबह बात की और उन्हें शुभकमानाएं दीं तथा उनके प्रति सम्मान और कांग्रेस की सफलता के प्रति दोनों के साझा समर्पण को व्यक्त किया।’’
वहीं, खड़गे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘शशि थरूर जी को मेरी शुभकामनाएं। आज उनसे बात की। हम दोनों कांग्रेस के लिए मजबूती के लिए लड़ रहे हैं ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए पहले से मजबूत और बेहतर राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।’’
कांग्रेस के 9,000 से अधिक डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्य) ने सोमवार को पार्टी प्रमुख चुनने के लिए मतदान किया।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय समेत लगभग 68 मतदान बूथों पर मतदान हुआ। कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ है।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने वोट डालने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं 19 अक्टूबर को होने वाली मतगणना की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं।
पूरे 22 वर्षों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। चुनाव के परिणाम की घोषणा 19 अक्टूबर को की जाएगी।
देशभर की निगाहें अब 19 अक्टूबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं।