विदेश में पढ़ाई के लिए फीस, रहने का खर्च, ट्रैवल और दूसरी जरूरतों के लिए बड़ी रकम चाहिए। ऐसे में एजुकेशन लोन स्टूडेंट्स का सपना पूरा करने में मदद करता है।
भारतीय बैंकों में एजुकेशन लोन 8.25% जैसी आकर्षक ब्याज दर से शुरू होता है। कई बैंक बेहतर क्रेडिट स्कोर वालों को और भी कम ब्याज दर पर लोन देते हैं।
SBI, HDFC, ICICI, Axis Bank, और Punjab National Bank जैसे नामी बैंक विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन ऑफर करते हैं। हर बैंक की स्कीम अलग है सस्ता ब्याज या ज्यादा लोन अमाउंट।
यूं तो ₹20 लाख से ₹1.5 करोड़ तक का लोन संभव है, जिसमें अमाउंट चयन स्टूडेंट की जरूरत, यूनिवर्सिटी, और देश पर निर्भर करता है।
लोन उन्हीं कोर्स के लिए मिलता है, जो देश में मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी/प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट द्वारा ऑफर किए जाते हैं। एडमिशन लेटर दिखाना जरूरी है।
आवेदन के वक्त एडमिशन लेटर, पिछले मार्कशीट, पहचान-पत्र, निवास प्रमाण, और आय/सैलरी का सबूत लगाना होगा। कुछ मामलों में को-एप्लीकेंट या गारंटर भी जरूरी है।
सरकार कुछ वर्ग के छात्रों के लिए ब्याज पर सब्सिडी देती है, जैसे कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग या महिला उम्मीदवारों के लिए अतिरिक्त छूट।
अधिकतर एजुकेशन लोन में रीपेमेंट कोर्स पूरा करने के बाद, जॉब लगने के 6 से 12 महीने बाद शुरू होता है। EMI का विकल्प बैंक देता है।
लोन लेते समय ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज, और सब्सिडी की शर्तों को अच्छी तरह समझ लें। फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है।
ऑनलाइन पोर्टल, बैंक ब्रांच या एजुकेशन काउंसलर के जरिए एजुकेशन लोन के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं। सभी डॉक्युमेंट्स तैयार रखें और बैंक से गाइडेंस लें।
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