Janhvi Kapoor: जाह्नवी कपूर की आने वाली फिल्म परम सुंदरी जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है। फिल्म से पहले एक्ट्रेस के सोशल मीडिया पर गॉर्जियस लुक्स तेजी से वायरल हो रहे हैं। आप भी देखें ये खूबसूरत तस्वीरें...
अपडेटेड Aug 21, 2025 पर 10:10समीर अरोड़ा का मानना है कि आगे इंडियन मार्केट्स में FII का निवेश कुछ बातों पर निर्भर करेगा। इनमें जीएसटी में कमी के बाद कंज्यूमर डिमांड में इजाफा और इंटरेस्ट रेट घटने पर फाइनेंशियल कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन शामिल है
अपडेटेड Sep 23, 2025 पर 23:47Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार आज 25 सितंबर को लगातार पांचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुए। आखिरी घंटे में बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 555.95 अंक या 0.68 फीसदी टूटकर 81,159.68 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 166.05 अंक या 0.66 फीसदी गिरकर 24,890.85 के स्तर पर बंद हुआ
अपडेटेड Sep 25, 2025 पर 19:25अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार भारत की आईटी कंपनियों को एक और झटका देने की तैयारी कर रही है। ट्रंप सरकार ने पहले H-1B वीजा की फीस को करीब सौ गुना बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया। आईटी कंपनियां अभी इस समस्या से जूझ ही रही हैं, कि अब उन्होंने इस पूरा वीजा आवंटन की प्रक्रिया को ही बदलने का प्रस्ताव रख दिया है। यह नया प्रस्ताव भारतीय आईटी कंपनियों के आउटसोर्सिंग हायरिंग मॉडल को सीधा नुकसान पहुंचा सकता है। इसके चलते आज 24 सितंबर को अधिकतर आईटी कंपनियों के शेयर दबाव के साथ कारोबार करते हुए दिखाई दिए। निफ्टी आईटी इंडेक्स कारोबार के दौरान 0.7 फीसदी से अधिक टूटकर 34,857.70 के स्तर पर आ गया। यह इसका पिछले दो हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी आईटी इंडेक्स के 10 में 9 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। H-1B वीजा सिस्टम को लेकर अमेरिका का यह नया प्रस्ताव क्या कहता है? आईटी कंपनियों के लिए यह क्यों झटका माना जा रहा है? और मार्केट एक्सपर्ट्स का इसे लेकर क्या कहना है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 21:44Share Market Today: भारतीय शेयर मार्केट आज 24 सितंबर को लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। चौतरफा बिकवाली के बीच सेंसेक्स 386 अंक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 25,100 के नीचे आ गया। इसके चलते शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति आज करीब 3 लाख करोड़ रुपये घट गई। कमजोर ग्लोबल संकेतों और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते मार्केट का सेंटीमेंट कमजोर हुआ
अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 19:05समीर अरोड़ा का मानना है कि आगे इंडियन मार्केट्स में FII का निवेश कुछ बातों पर निर्भर करेगा। इनमें जीएसटी में कमी के बाद कंज्यूमर डिमांड में इजाफा और इंटरेस्ट रेट घटने पर फाइनेंशियल कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन शामिल है
अपडेटेड Sep 23, 2025 पर 23:47Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार आज 25 सितंबर को लगातार पांचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुए। आखिरी घंटे में बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 555.95 अंक या 0.68 फीसदी टूटकर 81,159.68 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 166.05 अंक या 0.66 फीसदी गिरकर 24,890.85 के स्तर पर बंद हुआ
अपडेटेड Sep 25, 2025 पर 19:25अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार भारत की आईटी कंपनियों को एक और झटका देने की तैयारी कर रही है। ट्रंप सरकार ने पहले H-1B वीजा की फीस को करीब सौ गुना बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया। आईटी कंपनियां अभी इस समस्या से जूझ ही रही हैं, कि अब उन्होंने इस पूरा वीजा आवंटन की प्रक्रिया को ही बदलने का प्रस्ताव रख दिया है। यह नया प्रस्ताव भारतीय आईटी कंपनियों के आउटसोर्सिंग हायरिंग मॉडल को सीधा नुकसान पहुंचा सकता है। इसके चलते आज 24 सितंबर को अधिकतर आईटी कंपनियों के शेयर दबाव के साथ कारोबार करते हुए दिखाई दिए। निफ्टी आईटी इंडेक्स कारोबार के दौरान 0.7 फीसदी से अधिक टूटकर 34,857.70 के स्तर पर आ गया। यह इसका पिछले दो हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी आईटी इंडेक्स के 10 में 9 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। H-1B वीजा सिस्टम को लेकर अमेरिका का यह नया प्रस्ताव क्या कहता है? आईटी कंपनियों के लिए यह क्यों झटका माना जा रहा है? और मार्केट एक्सपर्ट्स का इसे लेकर क्या कहना है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 21:44Share Market Today: भारतीय शेयर मार्केट आज 24 सितंबर को लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। चौतरफा बिकवाली के बीच सेंसेक्स 386 अंक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 25,100 के नीचे आ गया। इसके चलते शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति आज करीब 3 लाख करोड़ रुपये घट गई। कमजोर ग्लोबल संकेतों और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते मार्केट का सेंटीमेंट कमजोर हुआ
अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 19:05समीर अरोड़ा का मानना है कि आगे इंडियन मार्केट्स में FII का निवेश कुछ बातों पर निर्भर करेगा। इनमें जीएसटी में कमी के बाद कंज्यूमर डिमांड में इजाफा और इंटरेस्ट रेट घटने पर फाइनेंशियल कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन शामिल है
अपडेटेड Sep 23, 2025 पर 23:47