Accenture Plc इस साल जून में दुनिया भर में लगभग 50,000 लोगों को प्रमोट करेगी। कंपनी की ओर से इस प्रोसेस में पहले से 6 महीने की देरी हो चुकी है। Accenture कंसल्टिंग सर्विसेज के लिए मांग में गिरावट का सामना कर रही है। ब्लूमबर्ग न्यूज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी के इंटर्नल मेमो के मुताबिक, Accenture ने कर्मचारियों को बताया है कि प्रमोशंस में भारत में 15,000; यूरोप, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका क्षेत्र में 11,000 और अमेरिका में 10,000 लोगों को शामिल किया जाएगा।
Accenture न्यूयॉर्क में लिस्टेड है। यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है, जब कंपनी को ग्राहक खर्च में कमी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तहत अमेरिकी सरकार के कॉन्ट्रैक्ट्स की अधिक जांच से जूझना पड़ रहा है।
Accenture में 801,000 लोगों की वर्कफोर्स
कंपनी के लेटेस्ट अर्निंग्स स्टेटमेंट के अनुसार, Accenture में लगभग 801,000 लोग काम करते हैं। इसका मतलब है कि जून के प्रमोशंस में कंपनी के कुल कर्मचारियों में से लगभग 6% को शामिल किया जाएगा। Accenture ने ज्यादातर प्रमोशन दिसंबर 2024 में करने के बजाय जून 2025 में करने का फैसला लिया था। प्रतिद्वंद्वियों मैकिन्से पीएलसी और अर्न्स्ट एंड यंग एलएलपी की तरह, Accenture ने मांग में वृद्धि के चलते कोविड19 महामारी के दौरान जमकर हायरिंग की। लेकिन कारोबार में मंदी के कारण साल 2023 से 19,000 जॉब रोल्स को कट करना पड़ा।
बोनस और परफॉरमेंस इक्विटी पर फैसले दिसंबर में
एक्सेंचर ने मेमो में कहा, "पिछले वर्ष हमारा ऑपरेटिंग मार्जिन, पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के एडजस्टेड ऑपरेटिंग मार्जिन के मुकाबले कम रहा। हम वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक वातावरण में भी अनिश्चितता बढ़ती देख रहे हैं।" इसमें कहा गया है कि मुख्य विकास क्षेत्रों में बेस पे में कुछ बढ़ोतरी होगी, जो वर्तमान बाजार स्थितियों पर बेस्ड होगी। वहीं बोनस और परफॉरमेंस इक्विटी के बारे में फैसले दिसंबर में किए जाएंगे।